खेल डैस्क : भारतीय ऑलराऊंडर युवराज सिंह भारतीय टीम के लिए जब भी आईसीसी टूर्नामेंट खेले उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। वनडे विश्व कप 2011 में टीम इंडिया की जीत में वह प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे। युवराज ने बतौर कप्तान ज्यादा सफलताएं हासिल नहीं की लेकिन एक महत्वपूर्ण प्लेयर होने के नाते हर बड़े आईसीसी खिताब में जश्न मनाने में आगे रहे। इन दिनों रोहित शर्मा भी टी20 विश्व कप के बाद चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर चर्चा में है। लेकिन युवराज के नाम ऐसा रिकॉर्ड है जिसके पास रोहित शर्मा कभी भी नहीं पहुंच सकते। आइए जानें-

युवराज सिंह के नाम पर वनडे विश्व कप 2011, टी20 विश्व कप 2007, चैंपियंस ट्रॉफी 2013, आईपीएल और अंडर 19 विश्व कप जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है। यानी वह आईसीसी के सभी ट्रॉफी जीत चुके हैं। इन विशेष पांच ट्रॉफीज को अन्य भारतीय प्लेयर हासिल नहीं कर पाए हैं।

महेंद्र सिंह धोनी ने विश्व कप 2011, टी20 विश्व कप 2007, चैंपियंस ट्रॉफी 2013 और आईपीएल खिताब जीते लेकिन अंडर 19 विश्व कप खेल ही नहीं पाए थे।

रोहित शर्मा के नाम पर टी20 विश्व कप 2024, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 और आईपीएल ट्रॉफीज जीतने का रिकॉर्ड है लेकिन न तो वह वनडे कप जीते हैं और न ही बतौर प्लेयर अंडर 19 विश्व कप।

विराट कोहली ने अंडर 19 विश्व कप जीतकर अपना नाम किया था। इसके बाद उन्होंने वनडे विश्व कप 2011, चैंपियंस ट्रॉफी 2013 और 2025 में बतौर प्लेयर खिताब जीते। टी20 विश्व कप 2024 भी जीता लेकिन उनके नाम पर एक भी आईपीएल खिताब नहीं है।
यही नहीं, युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे प्रभावशाली और प्रतिभाशाली ऑलराउंडरों में से एक हैं। उन्होंने अपने करियर में कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए जो "अछूते" माने जाते हैं। उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में 6 गेंदों पर 6 छक्के मारे हैं। इसके अलावा उनके नाम पर 12 गेंदों पर अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। हालांकि अन्य क्रिकेटर भी यह रिकॉर्ड बना चुके हैं लेकिन युवराज ऐसा करने वाले पहले प्लेयर थे।
युवराज को उनके वनडे वर्ल्ड कप (2011) में ऑलराउंड प्रदर्शन के कारण ज्यादा लोकप्रियता मिलती है। युवराज 2011 वनडे वर्ल्ड कप में 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बने। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 362 रन बनाए और 15 विकेट लिए। ऐसा ऑलराउंड प्रदर्शन वर्ल्ड कप के इतिहास में बहुत कम देखने को मिलता है। खास बात यह थी कि इस दौरान युवराज कैंसर से जूझ रहे थे, फिर भी उन्होंने भारत को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस तरह का प्रभावशाली प्रदर्शन दोहराना बेहद मुश्किल है। उनके नाम पर एक वनडे में 150 रन और 5 विकेट लेने का भी अनोखा रिकॉर्ड है।