पर्थ : बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन के बाद, भारतीय तेज गेंदबाज हर्षित राणा (Harshit Rana) ने शनिवार को कहा कि विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों से सलाह लेने से उन्हें बहुत मदद मिली। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान, राणा ने अपने 16 ओवर के स्पैल में 3.10 की इकॉनमी रेट से तीन विकेट लिए। 22 वर्षीय खिलाड़ी ने शुक्रवार को अपना पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट हासिल किया जब उन्होंने ट्रैविस हेड को 11 रन पर आउट कर दिया। शनिवार को भारतीय तेज गेंदबाज ने मिचेल स्टार्क और नाथन लियोन का विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को 104 रन पर समेटने में मदद की।
दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद राणा ने कहा कि कोहली और बुमराह से मिले इनपुट ने मुझे एक खास तरह का आत्म-विश्वास दिया। उन्होंने कहा कि विराट भैया और जस्सी भैया से सलाह लेने से काफी मदद मिलती है। कहां गेंदबाजी करनी है इस पर उनके इनपुट और मुझ पर उनके विश्वास ने मुझे एक विशेष प्रकार का आत्म-विश्वास दिया। हमने एक टीम के रूप में इस बारे में बात की थी कि बल्लेबाज को कैसे तैयार करना है और आउट करना है। हमारा विचार स्टंप्स पर हमला करने का था। मैंने एक अच्छी गेंद डाली और सफलता हासिल की।
राणा ने बुमराह के पांच विकेट लेने की जमकर तारीफ की और कहा कि वह एक छोर से दबाव बनाते हैं। उन्होंने कहा कि उनके स्पैल ने मेरे लिए चीजें आसान कर दीं। मैं शांत हो गया। जस्सी भैया हमेशा एक छोर से दबाव बनाते हैं और इससे दूसरे छोर पर गेंदबाज के लिए काम आसान हो जाता है। वहीं, अपने डैब्यू पर राणा ने कहा कि मेरे लिए (अपने पदार्पण के लिए) इंतजार करना मुश्किल था, लेकिन गौती भाई कह रहे थे कि धैर्य बनाए रखो और जब भी मौका मिले अच्छा प्रदर्शन करो। वह हमेशा आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। वह मुझसे कह रहे थे कि सब कुछ एक तरफ रखकर सोचो कि तुम पूरे देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हो। उन्होंने कहा कि मैं हर मैच से पहले अपने माता-पिता से बात करता था। वे मुझे धैर्य बनाने रखने की सलाह देने के साथ कह रहे थे कि भगवान मेरे सपनों को पूरा करेंगे।