सिडनी : सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए तीसरे वनडे में टीम इंडिया के उप-कप्तान श्रेयस अय्यर को कैच लेते वक्त गंभीर चोट लग गई, जिसके चलते उन्हें अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती कराना पड़ा। यह चोट पेट में लगी, जिससे आंतरिक रक्तस्राव (internal bleeding) हुआ। बीसीसीआई ने पुष्टि की है कि अय्यर की स्थिति अब स्थिर है और वे धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहे हैं। इस बीच, सूर्यकुमार यादव की मां का अय्यर के स्वस्थ होने के लिए छठ पूजा में प्रार्थना करती हुई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
कैच लेते वक्त हुई गंभीर चोट
घटना तीसरे वनडे मैच के 34वें ओवर की है, जब श्रेयस अय्यर ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ एलेक्स कैरी का कैच लेने के लिए डाइव लगाई। गेंद हाथ में तो आई, लेकिन गिरते समय उनका संतुलन बिगड़ गया और वे ज़ोर से पेट के बल गिरे। शुरुआत में इसे मामूली पसली की चोट समझा गया, मगर कुछ देर बाद दर्द बढ़ने पर उन्हें तुरंत मैदान से बाहर ले जाया गया। टीम डॉक्टरों ने शुरुआती जांच में पेट के अंदर ब्लीडिंग की आशंका जताई। बाद में अस्पताल में कराए गए स्कैन में स्प्लीन (spleen) में चोट की पुष्टि हुई, जिसके बाद उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया।
BCCI का बयान: हालत स्थिर, सुधार जारी
बीसीसीआई ने एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया, “श्रेयस अय्यर को पेट में गंभीर चोट लगी थी जिससे अंदरूनी ब्लीडिंग हुई। चिकित्सा टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया, जिससे ब्लीडिंग पर नियंत्रण पा लिया गया। अब वे स्थिर हैं और निगरानी में हैं। मंगलवार को किए गए दोबारा स्कैन में सुधार दिखा है।” यह खबर सामने आते ही क्रिकेट फैंस और खिलाड़ियों में चिंता की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर फैंस ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
सूर्यकुमार यादव की मां का भावुक वीडियो वायरल
इस बीच, टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव की मां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया, जिसमें वे छठ पूजा के दौरान श्रेयस अय्यर के स्वास्थ्य लाभ के लिए पूजा करती नजर आईं। वीडियो में वे कह रही थीं कि “श्रेयस जल्दी ठीक हो जाएं, यही हमारी मन्नत है।” फैंस ने इस भावनात्मक वीडियो को खूब शेयर किया और क्रिकेट में भाईचारे की इस मिसाल की सराहना की।
सीरीज में अय्यर का शानदार प्रदर्शन
चोट से पहले श्रेयस अय्यर शानदार फॉर्म में थे। दूसरे वनडे में उन्होंने 61 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली और रोहित शर्मा के साथ मिलकर 118 रन की साझेदारी की थी। इस पार्टनरशिप ने भारत को मुश्किल स्थिति (17/2) से निकालकर 264 रन तक पहुंचाया। उनकी तकनीक और संयम ने मिडिल ऑर्डर को स्थिरता दी थी, जो टीम इंडिया के लिए अहम साबित हुआ।