स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज से पहले बड़ा झटका लगा है। उपकप्तान श्रेयस अय्यर को अब तक BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) से रिटर्न टू प्ले (RTP) की मंज़ूरी नहीं मिल पाई है। इस फैसले के चलते उनकी इंटरनेशनल वापसी एक बार फिर टल गई है और 11 जनवरी से शुरू होने वाली NZ वनडे सीरीज में उनका खेलना लगभग नामुमकिन माना जा रहा है।
क्यों नहीं मिली श्रेयस अय्यर को RTP क्लियरेंस?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रेयस अय्यर 30 दिसंबर को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से डिस्चार्ज होने वाले थे, लेकिन मेडिकल टीम ने उनका स्टे कम से कम एक हफ्ते और बढ़ा दिया। हालांकि अय्यर बिना किसी दर्द के बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, लेकिन फिजिकल फिटनेस के जरूरी मानक अभी पूरे नहीं हो पाए हैं।
मेडिकल टीम की सबसे बड़ी चिंता अय्यर की मांसपेशियों और वजन में आई गिरावट को लेकर है। पेट की चोट के बाद उनका करीब 6 किलो वजन कम हो गया था। कुछ वजन उन्होंने जरूर हासिल किया है, लेकिन अब भी उनकी ताकत, फुर्ती और सहनशक्ति इंटरनेशनल क्रिकेट के स्तर से नीचे मानी जा रही है।
BCCI का सतर्क रवैया
BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, अय्यर की बल्लेबाज़ी क्षमता पर कोई शक नहीं है। असली फोकस उन्हें पूरी तरह फिट बनाने पर है। व्यस्त व्हाइट-बॉल कैलेंडर को देखते हुए बोर्ड किसी भी तरह की जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता, ताकि दोबारा चोट का खतरा न रहे।
यह फैसला BCCI की बदली हुई सोच को भी दर्शाता है, जहां अब डेटा और फिटनेस पैरामीटर्स के आधार पर ही खिलाड़ियों को हरी झंडी दी जा रही है, न कि तय समयसीमा के दबाव में।
न्यूजीलैंड वनडे सीरीज पर असर
इस देरी के चलते श्रेयस अय्यर का 11, 14 और 18 जनवरी को होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज में खेलना लगभग तय तौर पर नहीं हो पाएगा। टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं को अंतिम टीम की घोषणा से पहले इस बारे में जानकारी दे दी गई है।
अय्यर की गैरमौजूदगी से भारतीय मिडिल ऑर्डर को झटका लगेगा, क्योंकि वह न सिर्फ बल्लेबाज़ी में स्थिरता देते हैं, बल्कि वनडे टीम के उपकप्तान भी हैं।
घरेलू क्रिकेट वापसी पर भी ब्रेक
श्रेयस अय्यर का विजय हज़ारे ट्रॉफी में पंजाब की ओर से 3 और 6 जनवरी को खेलने का प्लान भी रद्द हो गया है। मौजूदा हालात में उन्हें 9 जनवरी के आसपास ही क्लियरेंस मिलने की उम्मीद है, जिससे वह टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबलों में ही उपलब्ध हो पाएंगे।
कम मैच प्रैक्टिस के चलते उनकी मैच फिटनेस पर भी सवाल बने रहेंगे, खासकर तब जब आगे इंटरनेशनल सीजन और भी व्यस्त होने वाला है।
निष्कर्ष
BCCI श्रेयस अय्यर की जल्द वापसी के बजाय लॉन्ग-टर्म फिटनेस को प्राथमिकता दे रहा है। भले ही इससे न्यूज़ीलैंड सीरीज में भारत को नुकसान हो, लेकिन बोर्ड किसी भी बड़े खिलाड़ी को अधूरी फिटनेस के साथ मैदान में उतारने का जोखिम नहीं लेना चाहता।