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स्पोट्स डेस्क : भारतीय मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने साफ कर दिया है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में साई सुदर्शन का चयन सिर्फ प्रदर्शन के आधार पर नहीं, बल्कि उनके भविष्य को ध्यान में रखकर किया गया है। अगरकर का मानना है कि साई ने अब तक जितना खेला है, उसमें उन्होंने भरोसा जगाया है और उन्हें लंबे समय तक मौके दिए जाने चाहिए।

टीम के लिए भविष्य की सोच

अगरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के संन्यास या अनुपस्थिति के बाद टीम को नई नींव की ज़रूरत है। ऐसे में साई जैसे युवाओं को सही नंबर पर लगातार मौके देकर उन्हें तैयार करना चयनकर्ताओं की प्राथमिकता है।

इंग्लैंड दौरे से मिली सकारात्मकता

हालाँकि भारत इंग्लैंड में सीरीज़ जीत नहीं सका, लेकिन अगरकर का कहना है कि वहाँ कई युवा खिलाड़ियों ने जुझारूपन और क्लास दिखाई। साई भी उनमें से एक थे और उनके प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। अगरकर के अनुसार, यही विश्वास अब उन्हें घरेलू सीरीज में जगह दिला रहा है।

करुण नायर और पडिक्कल पर राय

करुण नायर के बाहर होने पर अगरकर ने स्पष्ट किया कि इंग्लैंड दौरे पर उनसे उम्मीदें ज़्यादा थीं, लेकिन वे निरंतरता नहीं दिखा सके। वहीं, देवदत्त पडिक्कल को मौका मिलने की वजह उनका हालिया प्रदर्शन और पिछला अनुभव रहा है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ मौके मिलने पर उपयोगी पारियां खेलीं और इंडिया ए में भी अच्छा प्रदर्शन किया।

अहमदाबाद में आगाज

भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच यह दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ 2 अक्टूबर से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शुरू होगी। इस सीरीज़ में नज़रें साई सुदर्शन पर होंगी, जिनसे टीम को लंबे समय तक योगदान की उम्मीद है।