स्पोर्ट्स डेस्क : मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेल इतिहास का एक यादगार और भावनात्मक पल देखने को मिला, जब क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में शुमार लियोनेल मेस्सी को अपनी आइकॉनिक नंबर 10 वनडे जर्सी भेंट की। GOAT टूर 2025 के दौरान हुआ यह खास पल खेल प्रेमियों के लिए किसी सपने से कम नहीं था, जहां क्रिकेट और फुटबॉल के दो सबसे बड़े आइकन्स एक मंच पर नजर आए।
वानखेड़े में दो महान खिलाड़ियों का ऐतिहासिक मिलन
रविवार को मुंबई का प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम उस समय तालियों की गूंज से भर उठा, जब सचिन तेंदुलकर और लियोनेल मेस्सी एक साथ नजर आए। यह मौका था मेस्सी के GOAT टूर 2025 का, जिसने भारतीय खेल प्रेमियों को अपने-अपने खेलों के दो दिग्गजों को करीब से देखने का दुर्लभ अवसर दिया। सचिन तेंदुलकर, जिन्हें पूरी दुनिया “मास्टर ब्लास्टर” के नाम से जानती है, ने खुद आगे बढ़कर मेस्सी को अपनी मशहूर नंबर 10 ODI जर्सी सौंपी। यह जर्सी न सिर्फ एक कपड़े का टुकड़ा थी, बल्कि भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम दौर की पहचान भी है।
नंबर 10 का खास कनेक्शन
इस पल को और भी खास बनाता है दोनों खिलाड़ियों का एक ही जर्सी नंबर 10। प्रेजेंटर ने मंच से इस ऐतिहासिक समानता की ओर ध्यान दिलाया, जिसके बाद स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों ने जोरदार तालियों के साथ इस पल का जश्न मनाया। क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर का नंबर 10 जितना प्रतिष्ठित है, फुटबॉल में वही पहचान लियोनेल मेस्सी के नाम से जुड़ी है। दोनों ने अपने-अपने खेलों में इस नंबर को महानता का प्रतीक बना दिया है।
GOAT टूर 2025 का भारत में खास पड़ाव
लियोनेल मेस्सी का GOAT टूर 2025 दुनिया भर में उनके फैंस के लिए एक खास अनुभव बनकर सामने आया है। भारत में इसका आयोजन होना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। वानखेड़े जैसे ऐतिहासिक स्टेडियम में मेस्सी की मौजूदगी ने भारतीय खेल संस्कृति को वैश्विक मंच पर और मजबूत किया। इस इवेंट ने यह भी दिखाया कि खेल की सीमाएं भले अलग हों, लेकिन महानता की भाषा एक जैसी होती है।
सुनील छेत्री की मौजूदगी ने बढ़ाई शोभा
इस खास मौके पर भारतीय फुटबॉल के सबसे बड़े सितारों में से एक सुनील छेत्री भी मौजूद रहे। छेत्री ने बार्सिलोना क्लब की जर्सी पहनी हुई थी, जिस पर नंबर 10 और पीछे लियोनेल मेस्सी का नाम लिखा था। यह दृश्य भारतीय फुटबॉल और वैश्विक फुटबॉल के बीच सम्मान और प्रेरणा के रिश्ते को दर्शाता है। छेत्री की मौजूदगी ने यह संदेश भी दिया कि मेस्सी सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय आइकॉन नहीं, बल्कि भारतीय फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत हैं।