स्पोर्ट्स डेस्क: टीम इंडिया के भरोसेमंद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह आधुनिक क्रिकेट के सबसे बड़े मैच-विनर्स में से एक हैं। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले जा रहे भारत-साउथ अफ्रीका पहले टेस्ट के दौरान जडेजा ने अपने बेहतरीन करियर में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि जोड़ ली।
जडेजा का ‘सुपर ऑलराउंडर’ टैग पक्का
जडेजा ने टेस्ट क्रिकेट में 4,000 रन पूरे करते ही उस एलीट क्लब में एंट्री मार ली, जिसमें सिर्फ तीन दिग्गज शामिल थे: इयान बॉथम, कपिल देव और डेनियल वेटोरी। अब चौथे सदस्य हैं—रवींद्र जडेजा।
सिर्फ 87 टेस्ट में पूरा किया यह यूनिक डबल
जडेजा ने यह कारनामा 87 टेस्ट में पूरा किया। यह बॉथम के बाद दूसरा सबसे तेज़ प्रदर्शन है। जडेजा की रन मशीन में अब 6 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं।
बॉलिंग में जडेजा के नाम 331 विकेट, 15 बार पांच विकेट और उनका बॉलिंग एवरेज 25.25—ग़जब का ऑलराउंड स्टैट!
जडेजा का फील्डिंग रिकॉर्ड भी विश्वस्तरीय
जडेजा टेस्ट क्रिकेट के सबसे बेहतरीन फील्डर्स में गिने जाते हैं। स्लिप, पॉइंट और शॉर्ट कवर पर उनकी बिजली सी फुर्ती मैच को पलट देने की क्षमता रखती है। विकेटों के बीच उनकी तेज़ दौड़ और रनिंग बिटवीन विकेट्स भी उन्हें तीनों पहलुओं में मैच-विनर बनाती है।
विदेशों में भी दमदार प्रदर्शन
अक्सर एशियाई पिचों के स्पिनर माने जाने वाले जडेजा ने विदेशों में भी शानदार प्रदर्शन किया है— इंग्लैंड में 2022 की सेंचुरी, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका में मैच-विनिंग स्पेल, जिससे साबित होता है कि वह सिर्फ होम ट्रैक स्टार नहीं, बल्कि एक ग्लोबल टेस्ट चैंपियन हैं।
टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी
जडेजा अपनी फिटनेस, कंसिस्टेंसी और बैट-बॉल दोनों से योगदान देकर टीम इंडिया की ‘बैलेंस की रीढ़’ हैं। उनके आने से ही भारत 5 बॉलर कॉम्बिनेशन आराम से खिलाता है।