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मुंबई : भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि विश्वकप टीम में केएल राहुल पर ईशान किशन को प्राथमिकता मिलनी चाहिए और कहा कि अगर कर्नाटक के बल्लेबाज की रोहित शर्मा या विराट कोहली से प्रतिस्पर्धा चल रही होती तो उनके नाम पर विचार तक नहीं किया जाता। किशन ने पाकिस्तान के खिलाफ शनिवार को एशिया कप मैच में 82 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली थी जो उनका एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार चौथा अर्धशतक है। बारिश के कारण यह मैच पूरा नहीं हो पाया था। 

किशन ने पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए यह पारी खेली जिससे उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में खुद को राहुल से आगे कर दिया। राहुल चोटिल होने के कारण एशिया कप के शुरुआती मैचों में नहीं खेल रहे हैं। गंभीर ने कहा कि भारत को विश्वकप टीम में नाम की बजाय फॉर्म को प्राथमिकता देनी चाहिए। विश्वकप के लिए भारत की टीम की घोषणा मंगलवार को की जा सकती है। 

गंभीर ने कहा, ‘मुझे बताइए कि चैंपियनशिप जीतने के लिए क्या महत्वपूर्ण है नाम या फॉर्म। यदि रोहित या विराट ने इस तरह का प्रदर्शन (लगातार चार मैचों में अर्धशतक) किया होता तो क्या तब भी आप यह कहते कि उनकी जगह केएल राहुल को लिया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा, ‘जब आप विश्वकप जीतने के लिए तैयारी कर रहे होते हैं तो आप नाम नहीं देखते, आप फॉर्म देखकर उनका आकलन करते हैं। आप उस खिलाड़ी का चयन करते हैं जो अच्छा प्रदर्शन कर सकता है और आपके लिए विश्वकप जीत सकता है।' 

भारत की वनडे विश्व कप 2011 की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले गंभीर ने कहा कि किशन ने भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए अपनी तरफ से पर्याप्त काम किया है। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि ईशान किशन ने वह सब कुछ किया है जिससे कि उन्हें विश्वकप टीम में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। केवल इसलिए क्योंकि वह ईशान किशन है और उसने बहुत अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं आप कह रहे हैं कि केएल राहुल को उन पर प्राथमिकता मिलनी चाहिए।' उन्होंने कहा, ‘लेकिन अगर ईशान किशन की जगह विराट कोहली और रोहित शर्मा होते तो क्या आप कहते कि उनके स्थान पर केएल राहुल को रखना चाहिए। इसका जवाब है नहीं।'