मेलबर्न : नाथन मैकस्वीनी भले ही अपने टेस्ट पर्दापण में संघर्ष करते दिखे हों लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज रेयान हैरिस ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में इस युवा सलामी बल्लेबाज के अच्छे प्रदर्शन का भरोसा जताते हुए कहा कि वह इस भूमिका के लिए पूरी तरह तैयार हैं। डेविड वॉर्नर की जगह मैकस्वीनी को टीम में जगह मिली थी लेकिन वह पर्थ में पहले टेस्ट में भारत के गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ महज 10 रन और शून्य ही बना सके। हैरिस दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की प्रथम श्रेणी टीम में मैकस्वीनी को कोचिंग देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है लेकिन हर किसी की तरह उसे भी रन बनाने की जरूरत है। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना और पारी का आगाज करना थोड़ा अलग है। लेकिन ऐसा नहीं है कि वह तैयार नहीं है। नाथन इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। भले ही उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन वह पर्थ में दो अच्छी गेंद से निपटने में सफल रहा।'
उन्होंने सुझाव दिया कि मैकस्वीनी अभी भले ही सलामी बल्लेबाज की भूमिका के लिए उपयुक्त है लेकिन लंबे समय में उसके लिए बल्लेबाजी क्रम में तीसरा नंबर अच्छा रह सकता है। मैकस्वीनी आमतौर पर दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के लिए तीसरे या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं। उन्होंने टीम के लिए पिछली चार पारियों में 291 रन बनाए हैं।
भारतीय गेंदबाजों विशेषकर जसप्रीत बुमराह का सामना करने का अपना अनुभव साझा करते हुए 25 साल के मैकस्वीनी ने आगे की चुनौती की बात स्वीकार करे हुए कहा, ‘शील्ड क्रिकेट में आप हर दिन गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों को देखते हैं और उनकी गेंद खेलते हैं। लेकिन जब आप अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से खेलते हैं तो चीजें अलग होती हैं, हमने कभी भी ऐसा अनुभव नहीं किया था।'
मैकस्वीनी ने भारत ए के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट में नाबाद 88 रन बनाए थे, उन्होंने बुमराह के अलग एक्शन से मिलने वाली चुनौती स्वीकार की। उन्होंने कहा, ‘उनका गेंदबाजी एक्शन थोड़ा अलग है, अनोखा एक्शन है। उनकी गेंदबाजी से रन चुराने की कोशिश करना थोड़ा पेचीदा है। लेकिन मैं रन जोड़ने के लिए बेहतर प्रयास करूंगा। मैं एडिलेड में एक और मौका मिलने के लिए उत्सुक हूं।' ऑस्ट्रेलियाई टीम अब छह दिसंबर से एडिलेड में गुलाबी गेंद के टेस्ट में भारत से भिड़ेगी।