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कोलंबो : भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या का मानना है कि टीम में उनका कार्यभार किसी विशेषज्ञ बल्लेबाज या गेंदबाज की तुलना में दो से तीन गुना ज्यादा होता है। 

टीम इंडिया के उप-कप्तान हार्दिक पांड्या ने खेल में एक ऑलराउंडर की अनूठी चुनौतियों और मानसिकता पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा, ‘एक ऑल-राउंडर के रूप में मेरा कार्यभार अन्य सभी की तुलना में दोगुना या तीन गुना है। जब टीम में कोई बल्लेबाज अपनी बल्लेबाजी खत्म कर पवेलियन लौट रहा होता है तो आलराउंडर के तौर पर मेरा काम उसके बाद भी गेंदबाजी करना है। अगर 10 ओवरों की जरूरत नहीं है, तो मेरे 10 ओवर फेंकने का कोई मतलब नहीं है, लेकिन अगर 10 ओवरों की जरूरत है, तो मैं गेंदबाजी करूंगा।' 

उन्होने कहा ‘‘ मेरा हमेशा से मानना रहा है कि मैं खुद को सफल होने का मौका देता हूं। मैंने जो महसूस किया है वह यह है कि चाहे कुछ भी हो, आपको अपना समर्थन करना होगा, आपको विश्वास करना होगा कि आप दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं। यह आपको सफलता की गारंटी नहीं देता है, लेकिन साथ ही, यह आपको सफलता की दिशा में काम करने के लिए मार्गदर्शन भी देता है, इसलिए व्यावहारिक रूप से खुद का समर्थन करें।' 

पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने हाल के खेल में हार्दिक पांड्या और इशान किशन के उल्लेखनीय प्रदर्शन की सराहना की और कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले मैच में हार्दिक पांड्या और इशान किशन की पारियां कितनी महत्वपूर्ण थीं। मैच का कोई परिणाम नहीं निकला, लेकिन यह भारत के लिए एक शानदार परिणाम था, और मुख्य परिणाम जो भारत चाहता था वह हार्दिक पांड्या, रनों का योगदान था, और इशान किशन ने भी अच्छा खेला। हार्दिक के बारे में बात यह है कि वह बहुत आक्रामक खिलाड़ी हैं, वह जब चाहें लंबे छक्के लगा सकते हैं, लेकिन लगभग 70 मिनट तक हार्दिक पांड्या केवल सिंगल ले रहे थे।' 

उन्होने कहा, ‘50 ओवर का क्रिकेट एकल का खेल है, विशेष रूप से मध्य चरण में यह भीड़ और खिलाड़यिों दोनों के लिए बहुत उबाऊ चरण है, लेकिन हार्दिक पांड्या और इशान किशन दोनों ने उस उबाऊ चरण को खेला, अपनी पारी अच्छे से खेली और भारत को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाया। तो यह भारत के लिए बहुत अच्छा परिणाम था, वह साझेदारी और कैसे वे अपना स्वाभाविक खेल भूल गए और टीम की जरूरतों को उससे आगे रखा। मुझे लगता है कि यह उस मैच की सबसे अच्छी खोज थी।' भारत ने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ वर्षा प्रभावित मैच में 266 रन पर बनाये थे जिसमें पांड्या ने 87 रन का योगदान दिया था।