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स्पोर्ट्स डेस्क : मोहम्मद शमी आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी टीम गुजरात टाइटसं प्लेऑफ में भी क्वालीफाई कर चुकी है। वहीं खुद के प्रदर्शन और सफेद गेंद क्रिकेट में अपने भविष्य के बारे में बात करते हुए शमी ने कहा कि जब-जब मुझे सफेद गेंद की क्रिकेट में मौका मिला है मैंने अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश की है और मैं सफल भी हुआ हूं। पिछले तीन-चार आईपीएल सीजन से मैं सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में से हूं।

शमी पर हमेशा यह सवाल उठते हैं कि वह टी20 मैचों में विकेट तो लेते हैं लेकिन काफ़ी रन भी ख़र्च कर देते हैं। पिछले साल हुए टी20 विश्व कप के दौरान उन्होंने पांच मैचों में 23.33 की औसत और 15.8 के स्ट्राइक रेट से छह विकेट लिए थे, लेकिन इस दौरान उनकी इकॉनमी 8.84 की रही थी। इसके बाद से उन्हें भारत की तरफ़ से सीमित ओवर क्रिकेट में नहीं देखा गया है। 

अगर शमी के टी20 अंतररष्ट्रीय करियर की बात की जाए तो वह 9.54 की इकॉनमी से रन देते हैं, वहीं आईपीएल में भी उनकी करियर इकॉनमी 8.52 की रही है। हालांकि पिछले दो सीज़न से उन्होंने इसे सुधारते हुए क्रमश: 7.50 (2021) और 7.87 (2022) किया है। इस पर शमी ने कहा कि मैं टी20 क्रिकेट में इकॉनमी को अधिक तवज्जो नहीं देता हूं। जब आप इकॉनमी की बात करते हैं, तो आपको यह भी देखना चाहिए कि कोई गेंदबाज़ कब आकर गेंदबाजी कर रहा है।

अगर कोई गेंदबाज पावरप्ले या अंतिम ओवरों में गेंदबाज़ी करता है, तो निश्चित रुप से उसकी इकॉनमी अधिक होगी। लेकिन इसके साथ वह आपको विकेट भी दिलाता है, जो टीम के लिए बहुत ज़रूरी है। हां, आप बहुत महंगे नहीं हो सकते हैं और आपको हमेशा नियंत्रण में ही गेंदबाज़ी करनी चाहिए। गुजरात के प्लेऑफ में पहुंचने वाली पहली टीम बनने पर शमी ने कहा कि कोच आशीष नेहरा और कप्तान हार्दिक पंड्या ने इस नई टीम को बख़ूबी संभाला है और हर एक खिलाड़ी से जाकर व्यक्तिगत रूप से बात करते हुए उनसे उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाहर निकालते हैं।