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स्पोर्ट्स डेस्क : बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के बीच टेस्ट मैच की सीरीज खेली जा रही है। लेकिन इस एक मैच की टेस्ट सीरीज के दौरान ही बांग्लादेश के महमूदुल्लाह ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया। उन्होंने इसके बारे में अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों को बता दिया है कि वह अब और टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं। दिन के खेल खत्म होने के बाद उन्होंने अपने इस संन्यास के फैसले पर चुप्पी बांध रखी। 

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महमूदुल्लाह के अचानक संन्यास लेने से बीसीबी के अध्यक्ष नजमुल हसन पापोन नाराज हो गए। हसन ने स्पष्ट रूप से कहा कि खेल के बीच में विकास टीम पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है। हसन ने महमूदुल्लाह के फैसले को अस्वीकार्य और भावना पर आधारित बताया। मुझे आधिकारिक तौर पर सूचित नहीं किया गया है, लेकिन किसी ने मुझे फोन किया और कहा कि वह अब टेस्ट नहीं खेलना चाहता।

उन्होंने आगे कहा कि जाहिर है कि उन्होंने ड्रेसिंग रूम को बताया। मुझे लगता है कि यह बेहद असामान्य है क्योंकि मैच अभी खत्म नहीं हुआ है। मुझे लगता है कि उसने भावनाओं में बहकर ऐसा किया। इस तरह की घोषणा का टीम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह अस्वीकार्य है। अगर कोई नहीं खेलना चाहता है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन सीरीज के बीच में गड़बड़ी पैदा करने की जरूरत नहीं है।

हसन ने आगे कहा कि उनके जिम्बाब्वे रवाना होने से चार या पांच दिन पहले हमने सभी खिलाड़ियों से कहा कि वे हमें बताएं कि वे कौन से प्रारूप में खेलना चाहते हैं। महमूदुल्लाह ने लिखा कि वह तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहते हैं। टेस्ट को लेकर उन्होंने लिखा कि मौका मिले तो वह फॉर्मेट में खेलना चाहते हैं, इसलिए हमने उन्हें टेस्ट में चुना। मुझे यह आश्चर्यजनक लगता है।

महमूदुल्लाह ने अपने टेस्ट करियर की शुरूआत साल 2009 में की थी। लेकिन लगातार खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें बांग्लादेश की टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया। टेस्ट क्रिकेट में वह 3 हजार रन बनाने से वह मात्र 86 रन दूर हैं। उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ एक मात्र टेस्ट मैच में नाबाद 150 रन की पारी खेली थी।