गुवाहाटी : पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले का मानना है कि जिस तरह क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने एक बार ऑस्ट्रेलिया में अपने गेम से ड्राइव हटा दिया था; शायद यशस्वी जायसवाल को भी इस तरह काम करने की जरूरत है। जियोस्टार के पोस्ट-मैच शो‘क्रिकेट लाइव'में बात करते हुए एक्सपर्ट अनिल कुंबले ने चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका के शानदार प्रदर्शन, दक्षिण अफ्रीकी बॉलिंग यूनिट द्वारा बनाए गए लगातार दबाव, और यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल के आउट होने में तकनीकी कमियों का विश्लेषण किया।
अनिल कुंबले ने गुवाहाटी में चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका के दबदबे पर बात करते हुए कहा,'साउथ अफ्रीका की शानदार बॉलिंग परफॉर्मेंस। मुझे लगा कि उन्होंने बहुत अच्छी बॉलिंग की। शायद अगर साउथ अफ्रीका ने पहले पारी घोषित कर दी होती, तो इंडिया और भी बड़ी मुश्किल में पड़ जाता। लेकिन यह कहने के बाद यह यशस्वी जायसवाल का एक खराब शॉट था। उन्होंने निश्चित रूप से दोनों ओपनर्स की परीक्षा ली, और जायसवाल को खासकर माकर यानसन की बहुत सारी शॉर्ट-पिच गेंदें मिलीं। आखिरकार, वह अपना पसंदीदा कट शॉट खेलते हुए आउट हो गए - एक ऐसा शॉट जिससे उन्होंने कई रन बनाए हैं, लेकिन आउट भी हुए हैं।'
कुंबले ने कहा, ‘यशस्वी पेस बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे और यानसन की गेंद पर आउट हो गए। उस सेशन में इंडिया के लिए यह काफी मुश्किल था, और वे हार गए। वैसे तो, वे बिना कोई विकेट गंवाए खेलना चाहते थे, लेकिन दक्षिण अफ्रीका की बॉलिंग शानदार थी। जब आप रन बनाना चाहते हैं और जब शॉटर् गेंदें आती रहती हैं, तो आपको लगता है कि यही एकमात्र स्कोरिंग ऑप्शन है। इस इनिंग्स में जायसवाल ने जो पहली गेंद खेली, वह भी शॉटर् थी जो उनके ग्लव पर लगी। जाहिर है, उन्होंने सोचा,‘अगर यह शॉटर् है और अगर कोई चौड़ाई है, तो मैं उसके लिए जाऊंगा।'
उन्होंने कहा, 'अगर आप उसका फुटवर्क देखें, तो वह पीछे हट जाता है, जिससे उसे लगता है कि जगह है, जबकि असल में नहीं है। शायद इसीलिए वह बिना कंट्रोल के गेंद के पीछे गया। जब आप कट शॉट खेलते हैं तो वजन का ट्रांसफर होना चाहिए। बदकिस्मती से जायसवाल के लिए, गेंद ने बाहरी किनारा लिया और सीधे विकेटकीपर के पास चली गई।'
केएल राहुल के आउट होने पर कुंबले ने कहा, 'मुझे लगता है कि साइमन की यह एक शानदार डिलीवरी थी, इसमें कोई शक नहीं। लेकिन केएल गेंद की पिच तक पहुंचे बिना ही शॉट लगाने चले गए। साइमन हार्मर गेंद पर जो रेवोल्यूशन लगाते हैं, उसकी वजह से उन्हें थोड़ी डिप मिली, और लाइन एकदम सही थी। आम तौर पर, चौथे या पांचवें दिन की पिच पर, जिसमें काफी रफ हो, आप तीनों स्टंप को कवर करते हैं क्योंकि उस एंगल से पगबाधा होने की संभावना कम होती है - इम्पैक्ट आमतौर पर ऑफ-स्टंप के बाहर होता है। इसीलिए मैं थोड़ा हैरान था। केएल राहुल अनुभवी हैं।'
कुंबले ने कहा, 'उन्होंने सेंटर-स्टंप गार्ड लिया था, लेकिन उनका ऑफ-स्टंप अभी भी दिख रहा था। आइडियली, अगर आप मिडिल-एंड-ऑफ पर खड़े होते हैं, तो आप आराम से गेंद तक पहुंच सकते हैं या उसे डिफेंड कर सकते हैं। लेकिन मिडिल-एंड-लेग पर खड़े होने से ऑफ-स्टंप खुल जाता है और आपको गेंद तक पहुंचने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जिससे शॉटर् लेग खेलने लगता है। नहीं तो, आपको बैकफुट से खेलना पड़ता है। शायद यह कॉन्संट्रेशन में कमी थी। उन्हें लगा कि गेंद ड्राइव की जा सकती है, लेकिन गेंद डिप हुई, इसका क्रेडिट हार्मर को जाता है। उन्होंने ड्राइव करने की कोशिश की और आखिर में एक परफेक्ट ऑफ-स्पिनर ने उन्हें आउट कर दिया।'