अहमदाबाद : अफगानिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज ने बताया कि सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ आईपीएल प्लेऑफ में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलने के लिए वह अपनी बीमार मां को अस्पताल में छोड़कर आए थे क्योंकि इस टीम को भी वह अपना परिवार मानते हैं। इस सत्र में पहला मैच खेलने वाले गुरबाज ने दो मैच लेने के अलावा 14 गेंद में 23 रन बनाकर केकेआर की जीत में अहम भूमिका निभाई। वह इंग्लैंड के फिल साल्ट की जगह टीम में आए थे। केकेआर ने सनराइजर्स को आठ विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
गुरबाज ने मैच के बाद कहा, ‘एक क्रिकेटर को हमेशा पता होना चाहिए कि उसे क्या करना है। लीग क्रिकेट में बहुत कम क्रिकेटर ही खेल पाते हैं। मौका मिलने पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए। मौका नहीं मिलने पर भी हमेशा तैयार रहना चाहिए।' उन्होंने कहा, ‘मेरी मां अभी भी बीमार है। मैं वहां गया और मुझे यहां से फोन आया कि फिल साल्ट जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुरबाज हमें तुम्हारी जरूरत है। मैने कहा कि ठीक है, मैं आ रहा हूं। मेरी मां अस्पताल में है और मैं उनसे लगातार बात कर रहा हूं लेकिन यह भी मेरा परिवार है। मुझे दोनों में संतुलन बनाना है। यह कठिन है लेकिन बनाना जरूरी है।'
गुरबाज ने कहा कि केकेआर ने टॉस जीतने पर पहले गेंदबाजी का फैसला लेने का ही सोचा था। सनराइजर्स के कप्तान पैट कमिंस का टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला गलत साबित हुआ। गुरबाज ने कहा, ‘हमें पता है कि सनराइजर्स की बल्लेबाजी कितनी मजबूत है। हमें लक्ष्य का पता होना चाहिए ताकि उस हिसाब से खेल सकें। हमने अच्छी गेंदबाजी की और सनराइजर्स जैसी टीम को 160 रन पर रोकना बहुत बड़ी बात थी।' उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के खिलाड़ियों की नजरें अगले महीने होने वाले टी20 विश्व कप पर है क्योंकि फ्रेंचाइजी क्रिकेट से बढ़कर देश के लिए खेलना है।