स्पोर्ट्स डेस्क: ओडिशा के ओपनर स्वास्तिक समाल ने विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 के ग्रुप डी मैच में सौराष्ट्र के खिलाफ 169 गेंदों में 212 रन बनाए। यह उनकी पहली लिस्ट-ए सेंचुरी थी, जिसे उन्होंने डबल सेंचुरी में बदल दिया। इस पारी के दौरान उन्होंने 21 चौके और 8 छक्के लगाए और टीम को 345/6 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
शानदार साझेदारी और टीम को बड़ी बढ़त
ओडिशा की शुरुआत थोड़ी कमजोर रही और तीन विकेट जल्दी गिर गए। इसके बाद कप्तान बिप्लब समंत्रय और समाल ने चौथे विकेट के लिए 261 रन की शानदार साझेदारी निभाई। समंत्रय ने 91 गेंदों में 100 रन बनाए, जबकि समाल ने आक्रमक बल्लेबाजी करते हुए टीम को 345/6 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
डबल सेंचुरी के रिकॉर्ड
स्वास्तिक समाल विजय हजारे ट्रॉफी में डबल सेंचुरी बनाने वाले आठवें बल्लेबाज बने। सबसे बड़े स्कोर की सूची में शामिल हैं:
तमिलनाडु के नारायण जगदीशन – अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 277 रन (2022)
मुंबई के पृथ्वी शॉ – पुडुचेरी के खिलाफ 227* रन (2021)
महाराष्ट्र के रुतुराज गायकवाड – उत्तर प्रदेश के खिलाफ 220* रन (2022)
केरल के संजू सैमसन – गोवा के खिलाफ 212* रन (2019)
ओडिशा के स्वास्तिक समाल – सौराष्ट्र के खिलाफ 212 रन (2025)
मुंबई के यशस्वी जायसवाल – झारखंड के खिलाफ 203 रन (2019)
शानदार साझेदारी और टीम को बड़ी बढ़त
ओडिशा की शुरुआत थोड़ी कमजोर रही और तीन विकेट जल्दी गिर गए। इसके बाद कप्तान बिप्लब समंत्रय और समाल ने चौथे विकेट के लिए 261 रन की शानदार साझेदारी निभाई। समंत्रय ने 91 गेंदों में 100 रन बनाए, जबकि समाल ने आक्रमक बल्लेबाजी करते हुए टीम को 345/6 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
धुआंधार स्ट्राइक रेट और कीर्तिमान
समाल ने अपनी पारी में 21 चौके और 8 छक्के लगाए। उन्होंने अपनी पारी में तेज़ी से रन बनाए और संजू सैमसन के 212 रन के स्कोर के बराबरी की। उनका स्ट्राइक रेट और आक्रामक अंदाज दर्शाता है कि वे भविष्य के लिए भारतीय क्रिकेट में बड़ा नाम बन सकते हैं।
लिस्ट-ए रिकॉर्ड और भविष्य की संभावनाएं
स्वास्तिक समाल ओडिशा के लिए सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले खिलाड़ियों में शामिल हो गए। इससे पहले ओडिशा के बिस्वा मोहनापात्रा का रिकॉर्ड 145 रन का था। हालांकि समाल आईपीएल 2026 मिनी ऑक्शन में अनसोल्ड रहे, लेकिन इस प्रदर्शन ने उनकी पहचान घरेलू क्रिकेट में मजबूत कर दी है।
विजयी योगदान
समाल की पारी ने सिर्फ व्यक्तिगत रिकॉर्ड ही नहीं तोड़ा, बल्कि टीम को प्रतियोगिता में मजबूत स्थिति दिलाई। उनके प्रदर्शन ने यह साबित किया कि ओडिशा के पास भविष्य के लिए एक विश्वसनीय बल्लेबाज है, जो बड़े मैचों में टीम के लिए निर्णायक भूमिका निभा सकता है।