स्पोर्ट्स डेस्क : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने निडर भारतीय बल्लेबाजों को तैयार करने का श्रेय इंडियन प्रीमियर लीग को दिया है जिन्होंने राष्ट्रीय टीम को घर से बाहर टेस्ट सीरीज में दबदबा बनाने में मदद की है। स्काई स्पोर्ट्स पर बोलते हुए पोंटिंग ने विदेशी दौरे पर भारत के अच्छे प्रदर्शन के पीछे का कारण बताया, खासकर ऑस्ट्रेलिया में जहां भारत ने लगातार सीरीज जीती हैं।
भारत ने वास्तव में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर दबदबा बनाया है, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 2014 में अपनी आखिरी द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज जीती थी। पोंटिंग का मानना है कि इस दबदबे के पीछे मुख्य कारण भारतीय बल्लेबाजों की विदेशी परिस्थितियों में खुद को ढालने और निडर होकर खेलने की क्षमता है। उन्होंने कहा, 'उन्होंने गाबा में एक गेम जीता, जो कि कभी नहीं होता। मुझे लगता है कि उनके बल्लेबाज विदेशी बल्लेबाजी परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढाल लेते हैं। मुझे नहीं लगता कि वे गाबा या ऑप्टस ओवल से उतने डरे हुए हैं, जितने शायद पहले थे। शायद यह चयन का मामला है, या उन्हें अब बड़े मंच से डर नहीं लगता।'
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा, 'पिछले 10 सालों से आईपीएल के इर्द-गिर्द रहने के कारण मैंने देखा है कि बहुत से युवा खिलाड़ी अब बड़े मंच से नहीं डरते क्योंकि आईपीएल में बहुत दबाव होता है, यह उनके लिए विश्व कप जैसा है। उनके बल्लेबाज बहुत आक्रामक स्ट्रोक बनाने वाले खिलाड़ी हैं। वे विफल होने से नहीं डरते।'
पोंटिंग ने भारत की तेज गेंदबाजी इकाई को भी श्रेय दिया और भारत के तेज गेंदबाजी रिजर्व को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए विराट कोहली को श्रेय दिया। उन्होंने कहा, 'उनकी तेज गेंदबाजी की गहराई बहुत बढ़िया है। पिछले 6-7 सालों में नेतृत्व मजबूत रहा है, कोहली की कप्तानी ने शुरुआत से ही क्रिकेट को बदलने में बड़ी भूमिका निभाई है और द्रविड़ ने हाल के चार सालों में इसे जारी रखा है। किसी टीम में ऐसे [कोहली] का प्रभाव बहुत बढ़िया होगा और उनके पास स्टार खिलाड़ी हैं।'
पोंटिंग ने कहा, 'भारत नवंबर के महीने में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाएगा। भारतीय टीम की अगुआई रोहित शर्मा करेंगे जो पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज की कप्तानी करेंगे। इससे पहले भारत ने विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट सीरीज जीती हैं।