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दोहा : भारतीय फुटबॉल टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू का मानना कि सितंबर 2019 में फीफा विश्व कप क्वालीफायर में एशियाई चैंपियन कतर के खिलाफ यादगार गोलरहित ड्रॉ मैच उनका अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन नहीं है। उनके अनुसार उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2018 विश्व कप क्वालीफायर में ईरान के खिलाफ तेहरान में दर्शकों से भरे आजादी स्टेडियम और और चीन में चीन के खिलाफ एक मैच में किया था। ईरान के खिलाफ भारतीय टी 0-4 से हार गई थी। 

गुरप्रीत ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ से कहा कि मैं जिस भी व्यक्ति से बात करता हूं वह मुझे कतर मैच के बारे में हमेशा याद दिलाता। अगर आप मुझसे पूछें तो यह मेरा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं है। मैं समझता हूं कि कतर मैच में हमें एक अच्छा परिणाम मिला था और यह हमेशा एक आकर्षण रहेगा। देश के शीर्ष गोलकीपर ने कहा कि मैं कतर के खिलाफ अपने प्रदर्शन से आगे हमेशा दो अन्य मैचों को चुनूंगा। विश्व कप रूस 2018 क्वालीफायर मुकाबले में 2016 में ईरान के खिलाफ तेहरान में दर्शकों से भरे आजादी स्टेडियम में खेला गया मैच मेरी सूची में हमेशा सबसे ऊपर रहेगा।

उन्होंने कहा कि हां हम मैच को 0-4 से हार गये थे लेकिन मुझे लगता है कि तेहरान में दोहा के मुकाबले बहुत अधिक दबाव था। चीन में चीन के खिलाफ मैच भी मेरी सूची में शीर्ष स्थान पर है। इसके लिए मुझे अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की आवश्यकता थी। मैने अन्य सभी खिलाड़ियों की तरह अपनी मजबूत मानसिकता को दिखायाा था। गुरप्रीत आगामी विश्व कप 2022 एवं एशियाई कप 2023 क्वालीफायर मैचों के लिए दोहा गयी भारतीय टीम में शामिल है।

भारतीय टीम फीफा विश्व कप की दौड़ से बाहर हो गयी है लेकिन चीन में खेले जाने वाले एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने की दौड़ में बनी हुई है। भारत को दोहा का जस्सीम बिन हमद स्टेडियम में कतर के खिलाफ तीन जून को पहला मुकाबला खेलना है। इसके बाद सात जून को बांग्लादेश और 15 जून का अफगानिस्तान से भिड़ना है। कतर के खिलाफ विश्व कप क्वालीफायर के पिछले मैच में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले गुरप्रीत ने कहा कि हमें उनके लिए परिस्थितियों को मुश्किल बनाना था। वे उस साल एएफसी एशियाई कप जीते थे और कोपा अमेरिका में खेलने के बाद शीर्ष लय में थे।