स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने साफ कहा है कि विराट कोहली अपने टेस्ट रिटायरमेंट के फैसले से कभी पीछे नहीं हटेंगे। इंग्लैंड दौरे से पहले कोहली ने खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था। साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत की 0-2 टेस्ट सीरीज हार के बाद चर्चा थी कि BCCI कोहली को टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए मनाने की कोशिश कर सकता है। हालांकि कैफ का मानना है कि कोहली अपनी बात के पक्के हैं और एक बार फैसला करने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखते।
कैफ का दावा—कोहली नहीं बदलते अपने फैसले
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए मोहम्मद कैफ ने कहा कि विराट कोहली उन खिलाड़ियों में से हैं जो किसी निर्णय पर पहुंचने के बाद उसे पूरी दृढ़ता से निभाते हैं। क्रिकेट इतिहास में कई खिलाड़ियों ने रिटायरमेंट से वापसी की है, लेकिन कैफ को विश्वास है कि कोहली ऐसा कदम कभी नहीं उठाएंगे। कैफ ने उदाहरण दिया कि कैसे कोहली ने IPL में RCB की कप्तानी छोड़ने के बाद कभी दोबारा वह भूमिका नहीं संभाली, जबकि कई विशेषज्ञों और प्रशंसकों ने उन्हें वापस कप्तान बनने की सलाह दी थी। इसके बजाय उन्होंने युवा खिलाड़ी को मौका देने के फैसले को स्वीकार किया और उसी पर कायम रहे।
BCCI की सफाई और कोहली का बयान
भारत की साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज हार के बाद अफवाहें तेज थीं कि BCCI कोहली को टेस्ट टीम में वापस लाना चाहती है। लेकिन बोर्ड ने इन खबरों को खारिज कर दिया। रांची ODI के बाद कोहली ने खुद कहा कि वह अपने करियर के इस पड़ाव पर एक ही फॉर्मेट (ODI) पर फोकस कर रहे हैं, जिससे उनकी प्राथमिकता और स्पष्ट हो गई।
“वह अपनी बात के पक्के हैं”—कैफ की दो टूक टिप्पणी
कैफ ने कहा कि चाहे वह कप्तानी हो, फॉर्म की बहस हो या रिटायरमेंट का फैसला कोहली जो ठान लेते हैं, उससे पीछे नहीं हटते। उन्होंने जोर देकर कहा, “एक बार उन्होंने फैसला कर लिया, तो वह दोबारा नहीं लौटते। लोग चाहेंगे कि वह वापस आएं, लेकिन वह ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं। वह पहले भी ऐसे कई उदाहरण दे चुके हैं।” यह बात कोहली के करियर के कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर भी लागू होती है, चाहे वह कप्तानी छोड़ना हो या खेल के तरीके में बदलाव।
रांची में कोहली की पारी पर कैफ की नजर
कैफ ने कोहली की हालिया रांची ODI में खेली गई पारी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि एक महीने तक मैच न खेलने के बावजूद कोहली ने शानदार लय पकड़ी। उन्होंने कहा, कोहली डबल सेंचुरी भी बना सकते थे, विकेट गिरने के कारण उन्हें अपना टेम्पो बदलना पड़ा, इस उम्र और स्टेज पर खिलाड़ी अक्सर सुरक्षित खेलता है। लेकिन कोहली ने दबाव में आक्रामक खेल दिखाकर अपनी क्लास साबित की कैफ के अनुसार, कोहली अपनी जगह बचाने के लिए नहीं, बल्कि मैच जिताने वाली पारी खेलने के लिए उतरते हैं और यही उन्हें महान बनाता है।