Sports

रांची : शीर्ष क्रम के बल्लेबाज शुभमन गिल का मानना है कि भले ही पिचें भारतीय तेज गेंदबाजों के पूरी तरह से पक्ष में नहीं रही हों लेकिन महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट झटकने की उनकी काबिलियत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में काफी अंतर पैदा किया। 

आर अश्विन (11 विकेट), रविंद्र जडेजा (12 विकेट), कुलदीप यादव (आठ विकेट) और अक्षर पटेल (पांच विकेट) इन सभी चार स्पिनरों ने मिलकर तीन टेस्ट में 36 विकेट चटकाए हैं लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज अभी तक 22 विकेट हासिल कर पाये हैं। हालांकि विकेटों की संख्या भले ही स्पिनरों के पक्ष में हो लेकिन गिल ने कहा कि तेज गेंदबाजों ने परिस्थितियों के अनुसार अच्छी गेंदबाजी कर टीम को आगे बनाए रखा। 

गिल ने शुक्रवार से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट से पहले आयोजित मीडिया बातचीत के दौरान कहा, ‘हम भारत में जहां खेलें, विकेट स्पिनरों को थोड़ा मदद करते हैं। एश (अश्विन) भाई और जड्डू (जडेजा) भाई वैसे भी विकेट ले ही लेंगे लेकिन जिस तरह से हमारे तेज गेंदबाजों ने गेंदबाजी की है, उससे इस श्रृंखला में अंतर पैदा हुआ है।' भारत हालांकि रांची टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के बिना होगा क्योंकि इस मुख्य तेज गेंदबाज को कार्यभार प्रबंधन के अंतर्गत आराम दिया गया है। 

उन्होंने अभी तक तीन टेस्ट में 17 विकेट झटके हैं और भारतीय गेंदबाजों में शीर्ष पर चल रहे हैं। लेकिन गिल ने कहा कि अन्य तेज गेंदबाजों को पास भी इन हालात का काफी अनुभव है जिससे वे प्रभाव डाल सकते हैं जिसके लिए उन्होंने मोहम्मद सिराज का उदाहरण दिया जिन्होंने राजकोट में चार विकेट झटके थे। 

गिल ने कहा, ‘जैसा कि मैंने विराट भाई के बारे में कहा है, अगर ‘बूम' भाई जैसा गेंदबाज नहीं खेल रहा है तो किसी भी टीम को उसकी कमी खलेगी, विशेषकर तब जब वह हमारे तेज गेंदबाजी आक्रमण का अगुआ हो। लेकिन अगर आप देखें तो सिराज ने पिछले मैच में अहम मौके पर चार विकेट लिये थे।' उन्होंने कहा, ‘इसलिए मुझे लगता है कि सभी तेज गेंदबाजों के पास भारतीय परिस्थितियों का काफी अनुभव है, विशेषकर रिवर्स स्विंग गेंदबाजी का।' 

गिल ने कहा कि कोहली और बुमराह जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति युवा खिलाड़ियों के लिए बड़े मंच पर अपनी काबिलियत साबित करने का बेहतरीन मौका है। उन्होंने सरफराज खान का उदाहरण दिया जिन्होंने राजकोट में पदार्पण टेस्ट में दो अर्धशतक जमाए। गिल ने कहा, ‘विराट भाई पिछले तीन टेस्ट से हमारे साथ नहीं हैं, उनके जैसे दिग्गज खिलाड़ी की अनुपस्थिति से काफी असर पड़ता है। लेकिन मुझे लगता है कि सरफराज ने अच्छा खेल दिखाया। इसलिए मुझे लगता है कि खिलाड़ी मिले मौकों का अच्छा फायदा उठा रहे हैं।' उन्होंने कहा, ‘युवा खिलाड़ियों को विराट भाई या बुमराह भाई के नहीं होने से मौका मिला। इसलिए ये युवा जानते हैं कि यह मौका ज्यादा लंबे समय तक नहीं रहेगा इसलिए वे प्रत्येक मौके में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहे हैं।' 

यशस्वी जायसवाल ऐसे ही खिलाड़ियों में से एक हैं जिसने मिले मौके का पूरा फायदा उठाया। जायसवाल पारी का आगाज करते हुए अब तक 546 रन बना चुके हैं जिसमें लगातार दो दोहरे शतक शामिल हैं। इससे वह इस श्रृंखला में सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ियों में शीर्ष पर चल रहे हैं।