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स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट में टीम इंडिया ने वॉशिंगटन सुंदर को एक चौंकाने वाला प्रमोशन दिया और उन्हें नंबर-3 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा। हालांकि यह प्रयोग उम्मीद के मुताबिक नहीं चला और सुंदर दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ 60 रन ही बना पाए। इतना ही नहीं, गेंदबाजी में भी उनका असर बिल्कुल नहीं दिखा और पूरे मैच में उन्होंने सिर्फ एक ओवर फेंका।

कार्तिक ने जताई चिंता—"यह उनकी गेंदबाजी पर असर डालेगा"

पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने इस फैसले को गलत ठहराते हुए साफ कहा कि सुंदर को टॉप ऑर्डर में भेजना उनकी गेंदबाजी क्षमता पर बड़ा असर डाल सकता है।

कार्तिक ने कहा: 'अगर आप सुंदर को नंबर-3 भेज रहे हैं, तो आप उन्हें बता रहे हैं कि अब उन्हें बल्लेबाजी पर ज़्यादा ध्यान देना होगा। जैसे-जैसे वह बैटिंग पर समय देंगे, उनकी गेंदबाजी की प्रैक्टिस घटेगी—और दोनों में टॉप पर रहना शारीरिक रूप से संभव नहीं है।' उन्होंने यह भी कहा कि लंबे वक्त में यह फैसला उनके गेंदबाजी कौशल को नुकसान पहुंचा सकता है।

सुंदर की नई भूमिका पर उठे सवाल

सुंदर ने साई सुदर्शन की जगह नंबर-3 बल्लेबाज़ की भूमिका निभाई थी। हालांकि यह पोजीशन आमतौर पर टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ की होती है। सुंदर ने सीमित ओवर क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी क्षमता दिखाई है, लेकिन टेस्ट में यह भूमिका उनके लिए नई और चुनौतीपूर्ण है। दूसरे टेस्ट (22 नवंबर, गुवाहाटी) में वह उसी स्थान पर खेलेंगे या नहीं, यह अभी बड़ा सवाल बना हुआ है।

दक्षिण अफ्रीका का ऐतिहासिक पलटवार

ईडन गार्डन्स की पिच दोनों टीमों के बल्लेबाज़ों के लिए मुश्किल साबित हुई, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने शानदार वापसी करते हुए भारत को सिर्फ 93 रन पर समेट दिया। 124 रन के आसान लक्ष्य के बावजूद भारत 30 रन से मैच हार गया। यह अफ्रीका की 15 साल में भारत में पहली टेस्ट जीत भी रही, जिससे मेहमान टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।