नई दिल्ली : सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ कड़े मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स को 7 रनों से हार झेलनी पड़ी। इस दौरान चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पिच पर बढ़े शॉट लगाने को लेकर जूझते हुए नजर आए। आखिरी ओवरों में मांसपेशियों में खिंचाव व अन्य कारणों से वह परेशान दिखे। आखिर मैच गंवाने के बाद धोनी ने बताया कि आखिर क्यों पिच पर बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया था।
धोनी बोले- मैं बहुत सारी गेंदों के बीचों-बीच हिट नहीं कर पा रहा था। या कहूं मैं बहुत जोर से हिट मारने की कोशिश कर रहा था। सीमा रेखाओं को देखते हुए यह मेरे लिए अवचेतन रूप से हो रहा था। आम तौर पर, आप इसे समय देना चाहेंगे। मैंने ज्यादा से ज्यादा समय पाने की कोशिश की। लंबे समय बाद हमने लगातार तीन मैच गंवाए, हमें अपने कैच लेने की जरूरत है।
धोनी ने कहा- हमारे पास दो अच्छे ओवर थे लेकिन कुल मिलाकर हम डैथ ओवरों में थोड़ा बेहतर हो सकते थे। इस स्तर पर, हमें एक रेखा खींचने और यह कहने की जरूरत है कि इन कैच को छोड़ा नहीं जा सकता है। आपका सबसे अच्छा होना बहुत जरूरी है। इस खेल में बहुत सारे सकारात्मक पक्ष हैं और हम बेहतर तरीके से वापसी करने की कोशिश करेंगे।
धोनी के नाबाद रहने पर भी टीम हारी
63 * बनाम मुंबई, कोलकाता 2013
42 * बनाम पंजाब, मुंबई 2014
79 * बनाम बेंगलुरु, मोहाली 2018
84 * बनाम बेंगलुरु, बेंगलुरु 2019
29 * बनाम राजस्थान शारजाह 2020
47 * बनाम हैदराबाद, दुबई 2020
बता दें कि 20वें ओवर में महेंद्र सिंह धोनी का प्रदर्शन हमेशा से अच्छा रहता है। अगर 2017 के बाद के आंकड़े देखें जाएं तो धोनी ने 92 गेंदों में 24 छक्कों की मदद से 251 रन बनाए है। इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 272 की रही थी।