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स्पोर्ट्स डेस्क : भारत के पूर्व असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर मौजूद तेज़ी और उछाल भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए वरदान साबित हो सकती है। हाल के महीनों में अपनी फॉर्म से जूझ रहे “मिस्टर 360” के नाम से मशहूर सूर्यकुमार को अब पांच मैचों की टी20 सीरीज़ में खुद को साबित करने का सुनहरा मौका मिलेगा। नायर का कहना है कि यह दौरा न केवल सूर्यकुमार बल्कि भारत के कई युवा खिलाड़ियों के लिए आत्मविश्वास और अनुभव हासिल करने का अहम अवसर होगा। 

सूर्यकुमार की गिरती फॉर्म चिंता का विषय 

पिछले कुछ महीनों में सूर्यकुमार यादव की फॉर्म लगातार चर्चा का विषय रही है। एशिया कप 2025 में उन्होंने सात मैचों में सिर्फ 72 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 47 रन रहा। पूरे 2025 सीज़न में उनके नाम 11 पारियों में मात्र 100 रन हैं, और उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 105.26 रहा है जो उनके मानकों से काफी नीचे है। जुलाई 2024 में भारत का टी20आई कप्तान बनने के बाद से सूर्यकुमार ने कुल 330 रन बनाए हैं, जिनमें केवल दो अर्धशतक शामिल हैं। उनकी निरंतर नाकामी ने टीम में उनकी स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं, खासकर जब वे टीम के सबसे अनुभवी टी20 बल्लेबाजों में से एक हैं। 

ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियां बन सकती हैं वरदान 

अभिषेक नायर का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई हालात सूर्यकुमार के लिए उनकी पुरानी लय वापस पाने का सही मंच हैं। उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि सूर्यकुमार कितने प्रभावशाली खिलाड़ी हैं। ऑस्ट्रेलिया की बाउंस और पेस उनकी नैचुरल अटैकिंग बैटिंग के लिए बिल्कुल उपयुक्त हैं। यहां उन्हें वह स्पेस और टाइम मिलेगा जिसकी उन्हें जरूरत है।” नायर ने यह भी कहा कि फॉर्म में गिरावट के बावजूद सूर्यकुमार की काबिलियत पर किसी को शक नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि असली चुनौती अब यह साबित करने की होगी कि वे अपने “मिस्टर 360” टाइटल के अनुरूप खेल सकते हैं। 

टीम इंडिया के लिए दबाव का दौर 

भारत टी20 विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज़ खेलेगा। यह सीरीज न केवल तैयारी का हिस्सा है, बल्कि टीम के लिए सही संयोजन तलाशने का अवसर भी है। नायर ने कहा कि भारत के लिए अब हर मैच अहम है, क्योंकि कप्तान और खिलाड़ी दोनों ही विश्व कप के लिए आत्मविश्वास जुटाना चाहेंगे। नायर ने जोड़ा, “टीम की जीत हमेशा प्राथमिकता होती है, लेकिन कप्तान का लगातार फ्लॉप रहना अंदरूनी जांच को जन्म देगा।” 

युवा खिलाड़ियों के लिए सुनहरा मौका 

नायर ने यह भी कहा कि यह सीरीज़ उन युवा भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी जो पहली बार ऑस्ट्रेलिया में खेल रहे हैं। उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में यह सीरीज़ कई युवाओं के लिए अपनी क्षमता दिखाने का मौका है। यहां का अनुभव उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाएगा।” उनके अनुसार यह सीरीज वर्ल्ड कप की परिस्थितियों से भले थोड़ी अलग हो, लेकिन इससे खिलाड़ियों को विदेशी पिचों पर खेलने का मूल्यवान अनुभव मिलेगा। साथ ही, यह “नए हीरो” के उभरने का भी मंच साबित हो सकती है।