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चेन्नई : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के बीच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने के एक दिन बाद रविचंद्रन अश्विन गुरुवार को जब स्वदेश लौटे तो यहां फूलों की पंखुड़ियों और बैंड बाजे के साथ उनका स्वागत किया गया जिसके बाद इस ऑफ स्पिनर ने कहा कि उन्हें अपने फैसले को लेकर किसी तरह का खेद नहीं है। 

अश्विन गुरुवार को तड़के चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां राज्य क्रिकेट संघ के अधिकारी उन्हें बाहर लेकर आए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 765 विकेट लेने वाले इस 38 वर्षीय खिलाड़ी ने यहां पर मीडियाकर्मियों से बात नहीं की तथा वह अपनी कार की तरफ चले गए जहां उनकी अपनी पृथी और दोनों बेटियां उनका इंतजार कर रही थी। घर पहुंचने पर उन्होंने अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया और फिर इंतजार कर रहे पत्रकारों से भी बात की। 

ब्रिस्बेन में तीसरे टेस्ट मैच के बाद संन्यास लेने की घोषणा करने वाले अश्विन ने कहा, ‘यह कई लोगों के लिए भावनात्मक हो सकता है और उन्हें इसे पचा पाने में थोड़ा समय लग सकता है लेकिन जहां तक मेरा सवाल है तो मेरे लिए यह बहुत राहत और संतुष्टि की बात है। मेरे लिए यह सहज फैसला था और पिछले कुछ समय से मैं इस पर विचार कर रहा था। मैच के चौथे दिन मुझे इसका एहसास हुआ और फिर मैंने इस फैसले की घोषणा कर दी।'

उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरी बात है तो मेरे लिए यह (संन्यास लेना) बहुत बड़ा फैसला नहीं था क्योंकि मैं अब एक नई डगर पर आगे बढ़ रहा हूं।' अश्विन से पूछा गया क्या उन्हें इस बात का खेद है कि वह कभी राष्ट्रीय टीम की कप्तानी नहीं कर पाए तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘अब मैं ऐसा नहीं कर सकता। मुझे इस तरह का कोई खेद नहीं है। सच्चाई यह है कि मुझे रत्ति भर भी खेद नहीं है। मैंने लोगों को पछतावा करते हुए देखा है लेकिन मुझे किसी तरह का कोई पछतावा नहीं है।'

अश्विन जब घर पहुंचे तो उनके माता-पिता ने उन्हें गले लगा दिया। उन्हें फूल माला पहनाई गई। वहां मौजूद लोगों ने उनसे ऑटोग्राफ लिए और उन्हें शानदार करियर के लिए बधाई दी। अश्विन ने कहा, ‘ मुझे विश्वास नहीं था कि इतने अधिक लोग यहां पहुंचेंगे। मैं चुपचाप घर पहुंच कर आराम करना चाहता था लेकिन आप लोगों ने मेरा दिन बना दिया। मैं इतने वर्षों तक टेस्ट क्रिकेट खेलता रहा लेकिन आखिरी बार मैंने 2011 में वनडे विश्व कप के बाद इस तरह का माहौल देखा था।' 

उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो हमें अपने करियर में काफी उतार चढ़ाव से गुजरना पड़ता है। अमूमन जब मैं सोने के लिए जाता हूं तो विकेट लेना, रन बनाना जैसी कई चीजों को याद करता हूं लेकिन पिछले दो वर्षों से ऐसा नहीं हो रहा था। इसलिए यह स्पष्ट संकेत था कि मुझे अब अलग रास्ता अपनाना है। मैंने अभी तक किसी तरह के लक्ष्य निर्धारित नहीं किए हैं। मैं अभी आराम करना चाहता हूं। मेरे लिए ऐसा करना थोड़ा मुश्किल होगा लेकिन मैं अब ऐसी कोशिश करना चाहता हूं।'

अश्विन ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में बारिश से प्रभावित तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ छूटने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के घोषणा करके सभी को चौंका दिया था। अश्विन हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सहित क्लब क्रिकेट में खेलते रहेंगे। आईपीएल के अगले सत्र में वह चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व करेंगे। वह अनिल कुंबले के बाद भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। 

अश्विन ने 106 मैच में 537 विकेट लिए। कुंबले ने टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट लिए हैं। अश्विन ने भारत के लिए 116 एकदिवसीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने 156 विकेट लिए जबकि 65 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 72 विकेट हासिल किए। अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत 2010 में एक दिवसीय प्रारूप से की थी। इसके एक साल बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था।