स्पोर्ट्स डेस्क : दिग्गज इंग्लिश तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने एशेज 2025-26 से पहले बेन स्टोक्स की टीम को बड़ा अलर्ट जारी किया है। ब्रॉड का मानना है कि इंग्लैंड को इस बार ऑस्ट्रेलिया में इतिहास बदलने के लिए शुरुआती दो टेस्ट में दमदार शुरुआत करना जरूरी है।
इंग्लैंड का ऑस्ट्रेलिया में खराब रिकॉर्ड
इंग्लैंड पिछले 14 सालों से ऑस्ट्रेलियाई सरज़मीं पर एक भी टेस्ट नहीं जीत पाया है। टीम ने 2015 के बाद से कोई एशेज सीरीज़ नहीं जीती है।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने पिछली तीन घरेलू एशेज सीरीज़ में इंग्लैंड को बुरी तरह हराया है: 5-0, 4-0, 4-0। ऑस्ट्रेलिया का घरेलू दबदबा इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा है।
“सबकुछ पहले दो टेस्ट पर निर्भर” — स्टुअर्ट ब्रॉड
एक पॉडकास्ट पर बातचीत में ब्रॉड ने साफ कहा: टइंग्लैंड को पहला टेस्ट जीतना ही होगा, तभी एशेज जीतने का मौका बनेगा। हमारा रिकॉर्ड गाबा में बहुत खराब है, और इस बार पहला टेस्ट वहां नहीं है—यह एक छोटा फायदा है। सच कहूँ तो पूरी सीरीज़ पहले दो टेस्ट पर निर्भर करेगी।ट
उन्होंने आगे कहा: 'अगर इंग्लैंड शुरुआती दो टेस्ट में कुछ हासिल नहीं कर पाता, तो फिर ऑस्ट्रेलिया का माहौल, ऊर्जा और गति इतनी तेज बढ़ती है कि आप हारती हुई लड़ाई लड़ रहे होते हैं।'
क्यों पर्थ टेस्ट इंग्लैंड के लिए 'गोल्डन चांस'?
पहला टेस्ट पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा, जो पिछले कुछ समय में इंग्लैंड के प्रदर्शन के लिए थोड़ा संतोषजनक रहा है। ब्रॉड का मानना है कि यह स्थान गाबा की तुलना में इंग्लैंड के लिए बेहतर साबित हो सकता है।
ऑस्ट्रेलिया की चोटें, इंग्लैंड की उम्मीद
इंग्लैंड को शुरुआत में बढ़त मिल सकती है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया अपने कई प्रमुख खिलाड़ियों के बिना उतर रहा है। पर्थ टेस्ट से बाहर: पैट कमिंस, जोश हेज़लवुड, सीन एबॉट। तीनों गेंदबाज़ चोटिल हैं, जिससे ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक कमजोर पड़ गया है। दूसरी ओर, इंग्लैंड पूरी तरह फिट स्क्वाड के साथ सीरीज़ में उतर रहा है।
स्टुअर्ट ब्रॉड की यह चेतावनी इंग्लैंड की कमजोर मानसिकता को नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया की कठिन परिस्थितियों को दर्शाती है। इंग्लैंड के लिए एशेज जीतने का पहला कदम पहले दो टेस्ट में दमदार प्रदर्शन करना होगा।