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नयी दिल्ली, तीन जून (भाषा) भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने बुधवार को कहा कि देश में खेलों की शीर्ष संस्था को उम्मीद है कि अक्टूबर से राष्ट्रीय चैंपियनशिप और टूर्नामेंट शुरू हो सकते हैं, बशर्ते कोविड-19 महामारी के कारण स्थिति खराब नहीं हो।


बत्रा ने साथ ही कहा कि मुक्केबाजी और कुश्ती जैसे संपर्क वाले खेलों में पाबंदियों में छूट देने की संभावना तब तक नहीं दिखती जब तक कि कोविड-19 का उपचार या टीका नहीं आ जाता क्योंकि विषाणु के संक्रमण का खतरा काफी अधिक है।


केंद्र सरकार के कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा करने के बाद 25 मार्च को देश में सभी तरह की खेल गतिविधियां ठप्प पड़ गईं थी। गोवा में इस साल होने वाले राष्ट्रीय खेलों को भी स्थगित कर दिया गया है।


खिलाड़ियों ने हालांकि राहत की सांस ली जब 17 मई को सरकार ने दर्शकों की गैरमौजूदगी में कड़े नियमों के बीच खिलाड़ियों को आउटडोर ट्रेनिंग के लिए स्टेडियमों और खेल परिसर का इस्तेमाल करने की स्वीकृति दी।


पिछले हफ्ते तोक्यो ओलंपिक की तैयारी कर रहे एलीट खिलाड़ियों ने आउटडोर ट्रेनिंग शुरू की।


फिक्की द्वारा आयोजित वेबिनार में बत्रा ने कहा, ‘‘अगर मैं गलत नहीं हूं तो हम अक्टूबर से राष्ट्रीय चैंपियनशिप, प्रतियोगिताओं की वापसी देख सकते हैं, बशर्ते चीजें खराब नहीं हों।’’

संपर्क वाले खेलों का भविष्य हालांकि अब भी अनिश्चित है क्योंकि भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने इन खेलों में आपस में ट्रेनिंग करने पर रोक लगा रखी है।


बत्रा ने कहा, ‘‘संपर्क में आने वाले खेल अब भी चिंता का विषय हैं। ईमानदारी से कहूं तो मेरे पास इसका कोई हल नहीं है। संपर्क वाले खेलों में आपको काफी पसीना आता है, इसलिए पसीने में ये चीज हैं या नहीं क्योंकि वे एक दूसरे के संपर्क में आ रहे हैं। मुझे नहीं पता कि यह कब तक चलेगा।’’

संपर्क में आने वाले खेलों के लिए साइ की मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार खिलाड़ियों को व्यक्तिगत ट्रेनिंग की इजाजत है लेकिन वे अन्य खिलाड़ियों के शारीरिक संपर्क में नहीं आ सकते।


बत्रा ने कहा, ‘‘एक चीज तो तय है कि अगर किसी तरह का उपचार या टीम आता है तो फिर इन चीजों को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। लेकिन फिलहाल मुक्केबाजी और कुश्ती जैसे संपर्क में आने वाले खेलों को लेकर चिंताएं हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब हमें कोरोना वायरस का विश्वसनीय उपचार मिलेगा तभी छूट दी जाएगी।’’

बत्रा ने कहा कि खिलाड़ियों को पूर्ण ट्रेनिंग शुरू करने में दो से तीन महीने का समय लगेगा क्योंकि उन्हें बेसिक्स से शुरुआत करनी होगी।


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