स्पोर्ट्स डेस्क : गंभीर कानूनी मामले में फंसे तेज गेंदबाज यश दयाल पर अब एक नाबालिग के यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है। जयपुर के सांगानेर सदर पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (UPCA) ने उन्हें आगामी यूपी टी20 लीग में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया है।
बाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) टीम का हिस्सा था जिसने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का खिताब जीता था। उन्होंने पूरे सीजन में दमदार प्रदर्शन करते हुए 15 मैचों में 13 विकेट लिए। हालांकि इन आरोपों से पेशेवर क्रिकेट में उनके भविष्य पर संदेह के बादल छा गए हैं। दयाल को लीग से बाहर करने का यूपीसीए का फैसला आरोपों की गंभीरता और खेल की अखंडता को बनाए रखने के लिए बोर्ड की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गौर हो कि यश दयाल ने अपने घरेलू करियर की शुरुआत उत्तर प्रदेश के साथ की थी। उन्होंने 2018 में सीनियर स्तर पर पदार्पण करने से पहले आयु वर्ग के क्रिकेट में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने लिस्ट ए में उत्तर प्रदेश के लिए 2018-19 विजय हजारे ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ के खिलाफ डेब्यू किया था। उन्होंने 9 ओवर में 41 रन देकर 1 विकेट लिया। उन्होंने 2018-19 रणजी ट्रॉफी में गोवा के खिलाफ डेब्यू करते हु उन्होंने 2 विकेट लिए। अपने पहले रणजी सीजन में यश ने 8 मैचों में 2.87 की इकॉनमी रेट से 30 विकेट लिए और उस सीजन में उत्तर प्रदेश के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज रहे। इसके बाद टी20 में डेब्यू करते हुए 2018-19 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ शुरूआत की जहां उन्होंने किफायती गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 17 रन देकर 1 विकेट लिया।