न्यूयॉर्क ( निकलेश जैन ) रूस के 18 वर्षीय युवा खिलाड़ी अंतिम समय तक हार ना मानने के अपने बेहतरीन प्रयास के चलते शतरंज इतिहास के दूसरे सबसे युवा विश्व रैपिड चैम्पियन बन गए है । 13 राउंड के इस मुक़ाबले मे 12वें राउंड में मुरजिन भारत के प्रज्ञानन्दा के खिलाफ हार के बेहद करीब थे पर अंतिम समय में प्रज्ञानन्दा न्ने एक भारी भूल कर दी और मुरजिन हारी हुई बाजी जीत गए और इसके साथ ही वह 9.5 अंको के साथ के साथ खिताब के करीब पहुँच गए और अंतिम राउंड में उन्होने अर्मेनिया के केरेन गिरगोरयन के साथ ड्रॉ खेलते हुए अपना पहला विश्व खिताब और स्वर्ण पदक हासिल कर लिया । विश्व रैपिड के पुरुष वर्ग के तीनों मेडल रूस नें अपने नाम किए , अलेक्ज़ेंडर ग्रीसचुक नें यूएसए के दोमिंगेज पेरेज से ड्रॉ खेलते हुए 9.5 अंको के साथ रजत पदक तो यान नेपोमनिशि नें यूएसए के सविएन सेमुएल को पराजित करते हुए 9.5 अंको के साथ कांस्य पदक हासिल किया । भारत के अर्जुन एरिगैसी को अंतिम राउंड में दूसरा स्थान हासिल करने के लिए फ्रांस के अलीरेजा फिरौजा को मात देनी थी पर उनकी बाजी ड्रॉ रही और अर्जुन 9 अंक ही बना सके और दोमिंगेज पेरेज के बाद पांचवें स्थान पर रहे अर्जुन को 36000 डॉलर पुरूस्कार के तौर पर मिले ।