स्पोर्ट्स डेस्क: मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए महिला वनडे विश्व कप 2025 फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर इतिहास रच दिया। इस ऐतिहासिक जीत की नायिका बनीं 21 वर्षीय शैफाली वर्मा (Shafali Verma), जिन्होंने 87 रनों की धमाकेदार पारी खेलने के साथ दो अहम विकेट भी झटके।
पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में भावुक शैफाली ने कहा, 'मैंने शुरुआत में ही कहा था कि भगवान ने मुझे यहां कुछ अच्छा करने के लिए भेजा है। आज वही बात सच हुई। यह पल शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। अगर खुद पर भरोसा रखो और शांत रहो, तो कुछ भी मुमकिन है।'
शैफाली ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, दोस्तों और टीम के सपोर्ट को दिया। उन्होंने कहा कि फाइनल में उनका एक ही लक्ष्य था—टीम को जीत दिलाना।
फाइनल में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने तब गेंद शैफाली को थमाई जब लॉरा वूलवार्ट और सून लूस की साझेदारी मजबूत हो रही थी। शैफाली ने दूसरी ही गेंद पर लूस को कैच एंड बॉल्ड आउट कर मैच का रुख पलट दिया। अगले ओवर में उन्होंने मारीज़ाने कैप को भी पवेलियन भेजा और भारत के लिए दबाव तोड़ने वाली गेंदबाज साबित हुई।
यह मुकाबला उनके लिए खास इसलिए भी रहा क्योंकि यह सिर्फ उनका छठा वनडे मैच था जिसमें उन्हें गेंदबाजी का मौका मिला। शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए शैफाली को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
शैफाली ने कहा, 'आज लगा कि भगवान ने जो कहा था, वो पूरा कर दिया। यह सिर्फ मेरी नहीं, पूरे देश की जीत है।'