नवी मुंबई: आत्मविश्वास से लबरीज भारतीय महिला क्रिकेट टीम रविवार को जब डीवाई पाटिल स्टेडियम में विश्व कप फाइनल (IND vs SA Final) के लिए मैदान पर उतरेगी, तो उसके सामने होगा पहली बार फाइनल में पहुंची दक्षिण अफ्रीका की टीम का चुनौतीपूर्ण सामना। यह मुकाबला सिर्फ एक खिताब के लिए नहीं, बल्कि महिला क्रिकेट इतिहास में एक नए विश्व चैंपियन के उदय का गवाह बनेगा।
भारत तीसरी बार (2005, 2017 के बाद) विश्व कप फाइनल में उतरेगा, जबकि दक्षिण अफ्रीका की यह पहली खिताबी उपस्थिति होगी। दोनों टीमों ने शानदार फॉर्म के साथ टूर्नामेंट में धमाल मचाया है, भारत ने सेमीफाइनल में सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा कर हराया, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 125 रनों से मात दी।
भारतीय टीम की ताकत
सेमीफाइनल में जेमिमा रोड्रिग्स (नाबाद 127) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (89) की साझेदारी ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। शीर्ष क्रम में स्मृति मंधाना भी शानदार फॉर्म में हैं, जिन्होंने अब तक 389 रन बनाए हैं और वह टूर्नामेंट में रन बनाने वाली खिलाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं।
गेंदबाज़ी में टीम की सबसे बड़ी ताकत दीप्ति शर्मा हैं, जिन्होंने अब तक 17 विकेट झटके हैं। वहीं रेणुका सिंह ठाकुर पर शुरुआती और डेथ ओवरों में विकेट निकालने की जिम्मेदारी होगी।
दक्षिण अफ्रीका की चुनौती
दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट शानदार फॉर्म में हैं और 470 रन के साथ शीर्ष रन-स्कोरर हैं। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 169 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी। अनुभवी ऑलराउंडर मरिजान काप ने सेमीफाइनल में पांच विकेट लेकर इंग्लैंड को तहस-नहस किया था। उनकी गेंदबाज़ी और मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ी टीम को संतुलन देती है।
मौसम
नवी मुंबई में बारिश का खतरा बना हुआ है, जिसके लिए 3 नवंबर को रिज़र्व डे रखा गया है। अगर उस दिन भी मैच नहीं हो पाता है, तो दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जाएगा — हालांकि इसकी संभावना कम है।