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स्पोर्ट्स डेस्क: भारत के अनुभवी ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने मोहम्मद शमी के एक बार फिर टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर बड़ा बयान दिया है। अश्विन का कहना है कि शमी की हालिया फॉर्म और प्रदर्शन के आधार पर उन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए थी, लेकिन चयनकर्ताओं के फैसले से लगता है कि या तो वे उनसे कुछ और उम्मीद कर रहे हैं, या फिर आगे बढ़ चुके हैं।

भारत ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ के लिए टीम की घोषणा की, जिसमें 35 वर्षीय शमी का नाम शामिल नहीं था। उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2025-26 में तीन मैचों में 15 विकेट लेकर अपनी फिटनेस और फॉर्म दोनों साबित की थी।

अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'सिर्फ विकेट्स और प्रदर्शन को देखें तो शमी को टीम में होना चाहिए था। लेकिन चयनकर्ताओं का रुख बताता है कि या तो वे उनसे ज्यादा उम्मीद कर रहे हैं या उन्होंने उन्हें प्लान से बाहर कर दिया है। अगर ऐसा है तो खिलाड़ियों से स्पष्ट बातचीत होनी चाहिए — ताकि उन्हें पता चले कि सुधार कहां करना है।'

अश्विन के इस बयान ने चयन नीति पर फिर से बहस छेड़ दी है, क्योंकि शमी के बदले बंगाल के तेज गेंदबाज आकाशदीप को मौका मिला है, जिन्होंने हाल के मैचों में बहुत खास प्रदर्शन नहीं किया।

रणजी के मौजूदा सीजन में शमी का औसत सिर्फ 15.53 रहा है, और उन्होंने एक फाइव-विकेट हॉल भी झटका है। वहीं, आकाशदीप ने अब तक केवल चार विकेट हासिल किए हैं।

गौरतलब है कि शमी ने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ में तीन मैचों में 13 विकेट लिए थे और उनका औसत 14.76 रहा था — जो बताता है कि वे इस टीम के खिलाफ हमेशा घातक साबित हुए हैं।