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नई दिल्ली : भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) तकनीक के बजाय एक बल्लेबाज के रूप में नए स्ट्रोक लगाने की योग्यता को अधिक महत्वपूर्ण मानते हैं। इस 35 वर्षीय बल्लेबाज ने पिछले साल टी20 विश्व कप के दौरान पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ (Haris Rauf) के खिलाफ लगातार 2 छक्के लगाकर अपने शॉट की विविधता का शानदार नमूना पेश किया था।

कोहली ने कहा कि एक चीज तकनीक और कौशल का अभ्यास है। एक ऐसी चीज है जहां आप तकनीक के बारे में सोचते हैं जिसका उपयोग आप मैच जीतने के लिए कर सकते हैं या यह सोचकर उसे अपनाते हैं कि अगर मैं इस तरह से खेलता हूं तो सुधार जरूर होगा। बल्लेबाजी में सुधार के लिए बहुत से लोग इस बात के बारे में नहीं जानते हैं।

उन्होंने कहा कि सुधार तब होता है जब आप यह सोचते हैं कि मैच जीतने के लिए मैं अपने खेल में क्या नया जोड़ सकता हूं। आप ऐसा संपूर्ण बल्लेबाज बनने के लिए नहीं करते हैं। बहुत कम लोग यह जानते हैं कि तकनीकी रूप से मजबूत बनने के लिए आप अभ्यास नहीं करते हैं।

अभ्यास करने से मैं एक नया शॉट सीख सकता हूं, मैं टीम के लिए रन बना सकता हूं और मैच जीतने में योगदान दे सकता हूं। कोहली ने कहा कि मैं बल्लेबाजी के सभी क्षेत्रों को कवर करके रन बना सकता हूं और यही प्रेरणा होनी चाहिए।