नागपुर : हर्ष दुबे (चार विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत विदर्भ ने रविवार को शेष भारत को 93 रनों से हराकर तीसरी बार ईरानी ट्रॉफी का खिताब जीता। शेष भारत ने कल के दो विकेट पर 30 रन से आगे खेलना शुरु किया। सुबह के सत्र में शेष भारत ने अपना तीसरा विकेट कप्तान रजत पाटीदार (10) का विकेट 28 रन जोड़कर गंवा दिया। उन्हें आदित्य ठाकरे ने अपनी ही गेंद पर आउट किया। इसके बाद दर्शन नालकंडे ने ऋतुराज गायकवाड़ (सात) को आउटकर पवेलियन भेज दिया।
यश ढुल ने इशान किशन के साथ पारी को संभालने का प्रयास किया। 26वें ओवर में हर्ष दुबे ने इशान किशन (35) को आउटकर शेष भारत की मैच जीतने की उम्मीद को झटका दिया। सारांश जैन और यश ढुल के बीच छठे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी हुई। पार्थ रेखड़े ने सारांश जैन (29) को पगबाधा आउटकर विदर्भ को छठी सफलता दिलाई। इसके बाद यश ठाकुर ने यश ढुल को भी आउटकर पवेलियन भेज दिया। यश ढुल ने शेष भारत के लिए सबसे अधिक 92 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपनी इस पारी में 117 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाया।
अंशुल कम्बोज (तीन) और आकाश दीप (शून्य) पर आउट हुये। 74वें ओवर की पांचवीं गेंद पर हर्ष दुबे ने गुरनूर बरार (सात) को आउटकर 267 के स्कोर पर शेष भारत की दूसरी पारी का अंत करते हुए 93 रनों से मुकाबला जीत लिया। विदर्भ के लिए हर्ष दुबे ने चार विकेट लिये। आदित्य ठाकरे और यश ठाकुर को दो-दो विकेट मिले। पार्थ रेखड़े और दर्शन नलकंडे ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया।
इससे पहले विदर्भ ने पहली पारी में 342 रन तथा दूसरी पारी में 232 रन का स्कोर किया। शेष भारत ने पहली पारी में 214 रन बनाये थे और उसे दूसरी में जीत के लिए 361 रनों का लक्ष्य मिला था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले विदर्भ ने वर्ष 2017-18 और 2018-19 में दो बार ईरानी ट्रॉफी का खिताब जीता है। अभी तक खेले 63 फाइनल मैचों में शेष भारत 31वीं बार उपविजेता रहा है।