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स्पोर्ट्स डेस्क : दुबई में खेले गए ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग टू मुकाबले में रविवार को इतिहास रचा गया, जब संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की टीम अपने वनडे इतिहास के सबसे कम स्कोर सिर्फ 49 रन पर सिमट गई। USA ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 293 रनों का मजबूत लक्ष्य खड़ा किया था जिसके जवाब में मेजबान टीम सिर्फ 22.1 ओवर ही टिक पाई। इस तरह USA ने 243 रनों से जीत दर्ज की, जो रनों के हिसाब से उनके वनडे इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी जीत रही।

शुरुआती ओवरों में UAE की पारी ढही 

लक्ष्य का पीछा करने उतरी UAE की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। नई गेंद के सामने उनके शीर्ष क्रम के बल्लेबाज असहाय नजर आए। USA के तेज़ गेंदबाज रुशिल उगाकर (5/22) और कप्तान सौरभ नेत्रावलकर (3/4) ने गेंद को दोनों दिशाओं में मूव कराया और विपक्षी बल्लेबाजों के लिए हर गेंद चुनौती साबित हुई।

पहले पावरप्ले के भीतर ही UAE के सात बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे, और स्कोरबोर्ड पर महज़ 16 रन दर्ज थे। यह नजारा किसी टेस्ट पिच जैसा लग रहा था, जहां गेंदबाज हावी थे, मगर असल में यह वनडे मुकाबले का पहला पावरप्ले था।UAE के बल्लेबाजों की कमजोर तकनीक और जल्दबाज़ी ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। बाएं हाथ के बल्लेबाजों को उगाकर की स्विंग गेंदें परेशान करती रहीं, जबकि नेत्रावलकर ने सटीक लाइन-लेंथ से विकेट चटकाए।

एक घंटे में ढही पूरी पारी

पारी इतनी तेज़ी से खत्म हुई कि दर्शकों को यकीन करना मुश्किल हो गया। पूरी UAE टीम सिर्फ एक घंटे के भीतर ऑल आउट हो गई, यह वनडे इतिहास में उनके लिए शर्मनाक पलों में से एक था। सिर्फ जुनैद सिद्दीकी (12 रन) ही ऐसे बल्लेबाज रहे जो दहाई के आंकड़े तक पहुंचे, और वही एकमात्र खिलाड़ी थे जिन्होंने छक्का लगाया। बाकी सभी बल्लेबाज या तो गलत शॉट खेलकर आउट हुए या गेंद की मूवमेंट को समझ नहीं पाए। यह न केवल UAE का सबसे कम वनडे स्कोर रहा, बल्कि रनों के अंतर से उनकी सबसे बड़ी हार भी बनी। 

USA की जोड़ी ने रखी जीत की नींव

इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे USA की शुरुआत भी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही। टीम ने सातवें ओवर तक तीन विकेट पर 28 रन गंवा दिए थे। लेकिन इसके बाद मैदान पर उतरे साईतेजा मुक्कमल्ला (137)* और मिलिंद कुमार (123)* ने खेल की तस्वीर ही बदल दी। 

दोनों बल्लेबाजों ने समझदारी और परिपक्वता के साथ पारी को संभाला। उन्होंने 264 रनों की नाबाद साझेदारी की, जो वनडे लीग टू इतिहास की सबसे लंबी साझेदारियों में से एक बन गई। दोनों ने नई गेंद को सम्मान दिया और मिडिल ओवरों में स्ट्राइक रोटेशन के जरिए रन गति बनाए रखी। जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ी, उन्होंने स्पिनरों पर आक्रमण किया और चौके-छक्कों की झड़ी लगा दी।

आखिरी ओवरों में तूफानी बल्लेबाजी

अंतिम दस ओवरों में USA के बल्लेबाजों ने रनों की रफ्तार तेज कर दी। दोनों ने विकेटों के बीच शानदार रनिंग दिखाई और UAE के फील्डर्स पर दबाव बनाया। आखिरी 10 ओवरों में USA ने 94 रन बिना विकेट खोए जोड़े। मुक्कमल्ला और मिलिंद की साझेदारी ने यह सुनिश्चित किया कि टीम का स्कोर 290 के पार पहुंच जाए जो इस धीमी दुबई पिच पर मैच विनिंग साबित हुआ।

गेंद और बल्ले से एकतरफा दबदबा

जब USA के गेंदबाज मैदान पर उतरे, तो उनके इरादे साफ थे। गेंद नई थी, पिच में हल्की नमी थी, और उन्होंने दोनों का पूरा फायदा उठाया। UAE की पारी जैसे ही ढही, दर्शकों में सन्नाटा छा गया। यह जीत न सिर्फ USA के लिए वनडे इतिहास का सबसे बड़ा अंतर थी, बल्कि यह भी दिखाती है कि टीम अब एसोसिएट नेशंस में एक उभरती ताकत बन चुकी है। इस मैच ने यह साबित कर दिया कि अच्छी तैयारी, मजबूत मानसिकता और अनुशासित गेंदबाजी किसी भी लक्ष्य को असंभव नहीं रहने देती। USA ने दुबई में इतिहास रचकर यह कर दिखाया।