स्पोर्ट्स डेस्क : WPL 2026 मेगा ऑक्शन भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा के लिए किसी जैकपॉट से कम नहीं रहा। रिलीज होने के बावजूद उनका मूल्य जरा भी कम नहीं हुआ, बल्कि और बढ़ गया। उनकी हालिया ODI वर्ल्ड कप परफॉर्मेंस ने उन्हें सबसे ज्यादा डिमांड वाली खिलाड़ी बना दिया था। जैसे ही बोली शुरू हुई, उन्होंने 3 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाली पहली खिलाड़ी बनकर नई मिसाल कायम की। अंत में UP वॉरियर्स ने अपने राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर उन्हें 3.2 करोड़ में वापस टीम का हिस्सा बनाया, जिससे यह ऑक्शन पूरी तरह दीप्ति-फैसिलेटेड बन गया। दीप्ति WPL में बिकने वाले दूसरी सबसे महंगी खिलाड़ी बन गई है जबकि स्मृति मंधाना 3.4 करोड़ की बोली के साथ अभी भी पहले स्थान पर है।
RTM कार्ड के सहारे दीप्ति की वापसी
मेगा ऑक्शन की शुरुआत में ही दीप्ति शर्मा के नाम ने हलचल मचा दी। दिल्ली कैपिटल्स ने 50 लाख से बोली खोली, जबकि उम्मीद थी कि कई टीमें रेस में आएंगी। हैरानी की बात यह रही कि कोई दूसरी टीम बोली में उतर ही नहीं पाई। वहीं UP वॉरियर्स, जिन्होंने ऑक्शन से पहले उन्हें रिलीज किया था, रणनीतिक रूप से अपने राइट टू मैच (RTM) कार्ड को सुरक्षित रखे हुए थे। जब DC ने बोली को बढ़ाकर 3.2 करोड़ किया, तो UP वॉरियर्स ने इसे तुरंत मैच किया और दीप्ति को टीम में वापस ले आईं। इस तरह वह WPL इतिहास की दूसरी सबसे महंगी खिलाड़ी बन गईं।
WPL की हाई-प्रोफाइल प्लेयर्स में नाम शामिल
3.2 करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट के साथ दीप्ति अब एश्ले गार्डनर के बराबर पहुंच गई हैं, जबकि स्मृति मंधाना अभी भी 3.4 करोड़ के रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर हैं। WPL के पिछले सीजन में दीप्ति UP वॉरियर्स के लिए 2.6 करोड़ की डील पर खेल रही थीं। टीम ने उन्हें रिलीज करने के बाद फिर से साइन करने के लिए अतिरिक्त 60 लाख खर्च किए, जो बताता है कि ऑलराउंडर के रूप में उनके योगदान का कितना महत्व है।
क्यों दीप्ति बन गईं सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी?
दीप्ति शर्मा का अब तक का WPL रिकॉर्ड खुद उनके मूल्य को साबित करता है।
25 मैच
507 रन
27 विकेट
एक ऐसी खिलाड़ी जो बल्ले और गेंद दोनों से मैच का पासा पलट सकती है, वह हमेशा किसी भी फ्रैंचाइज़ी की प्राथमिकता रहती है। उनकी लगातार परफॉर्मेंस उन्हें लीग की सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर बनाती है।
ODI वर्ल्ड कप 2025 में दीप्ति का दमदार प्रदर्शन
WPL ऑक्शन में दीप्ति की लोकप्रियता का सबसे बड़ा कारण था ODI वर्ल्ड कप 2025 में उनका दबदबा।
तीन अर्धशतक,
215 रन,
और 22 विकेट लेकर टूर्नामेंट की सर्वाधिक विकेट-टेकर का खिताब जीता।
फाइनल में उन्होंने 58 रन की क्लच पारी खेली और गेंदबाज़ी में 5/39 का घातक स्पेल डालकर भारत को 52 रन से जीत दिलाई। उनकी ये ऑलराउंड मास्टरक्लास ही उन्हें “प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट” का हकदार बना गई।
UP वॉरियर्स का दूसरा मास्टरस्ट्रोक – सोफी एक्लेस्टोन भी वापस
दीप्ति के अलावा UP वॉरियर्स ने अपने दूसरे RTM कार्ड का इस्तेमाल भी शानदार तरीके से किया। उन्होंने सोफी एक्लेस्टोन को 85 लाख में वापस हासिल किया और दिल्ली कैपिटल्स को एक बार फिर पछाड़ दिया। यह साफ दिखाता है कि वॉरियर्स अपनी कोर टीम को मजबूत बनाए रखने के लिए कितने संगठित ढंग से आगे बढ़ रहे हैं।