स्पोर्ट्स डेस्क : दिल्ली के सहायक कोच प्रवीण आमरे ने राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन और मैदानी अंपायरों के बीच हुए विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अंपायरों के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। दिल्ली के 222 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सैमसन 46 गेंद में 86 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उनके आउट होने के बाद रॉयल्स को 27 गेंद पर 60 रन की दरकार थी लेकिन टीम मंगलवार रात 20 रन से हार गई। रॉयल्स की टीम अगर जीत दर्ज करती तो प्ले ऑफ में उसकी जगह सुनिश्चित हो जाती जबकि दिल्ली की टीम नॉकआउट की दौड़ से बाहर हो जाती।
जब सैमसन आउट होकर पवेलियन लौटे वह खुश नहीं थे क्योंकि संदेह था कि शायद कैच पकड़ने वाले शाई होप का पैर सीमा रेखा से छुआ हो। निर्णय टीवी अंपायर के पास भेजा गया जिन्होंने सैमसन को आउट करार दिया लेकिन रॉयल्स के कप्तान ने वापस जाने से पहले मैदानी अंपायर से बहस करने का फैसला किया।
आमरे ने कहा, ‘आईपीएल में कुछ क्षण बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और यह मैच का निर्णायक क्षण था।' उन्होंने कहा, ‘संजू बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। होप ने जिस तरह से उस कैच को पकड़ा, हमें उसका श्रेय देना होगा। अंपायर मौजूद हैं और बहुत सारी तकनीक है।' आमरे ने कहा, ‘हमने डगआउट में भी सोचा था कि उसने ऐसा किया (सीमा रेखा को छुआ) लेकिन खेल में ऐसा होता है और अंपायर का निर्णय ही अंतिम निर्णय होता है। यह आसान कैच नहीं था, शॉट काफी तेज मारा गया था। मैच के बाद भी मैंने उससे बात की और उसने कहा कि गेंद बहुत तेजी से आई थी।'
मंगलवार की जीत के बाद दिल्ली कैपिटल्स की टीम अंक तालिका में एक पायदान ऊपर पांचवें स्थान पर पहुंच गई है। टीम के अब 12 अंक हैं और वे अधिकतम 16 अंक हासिल कर सकते हैं जबकि ऐसी टीमें हैं जिनके पास 18 अंक हासिल करने और प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने का मौका है।