Sports

स्पोर्ट्स डेस्क: आईपीएल 2023 में मुंबई इंडियंस के गेंदबाज जोफ्रा आर्चर कोहनी की चोट के चलते सीजन के बीच में ही टीम का साथ छोड़ गए हैं। मुंबई ने आर्चर को इस सीजन के लिए 8 करोड़ रुपए देकर टीम में शामिल किया था, लेकिन चोट के चलते लंबे समय के बाद वापसी कर रहे आर्चर लय में नहीं दिखाई दिए। आर्चर मुंबई के लिए इस सीजन 5 मैचों में कुल 2 ही विकेट चटका पाए और इस दौरान उनका इकॉनमी रेट (9.50) बेहद खराब रहा। वहीं, सीजन के बीच में ही टीम के साथ छोड़ जाने से मुंबई को झटका लगा है और टीम को इस गेंदबाज पर इतनी बड़ी रकम खर्च करने का कोई फायदा नहीं मिला। आर्चर के इस बेहद खराब प्रदर्शन और टीम का साथ बीच में छोड़ जाने के बाद पूर्व भारतीय कप्तान सुनिल गावस्कर ने इस गेंदबाज पर जमकर भड़ास निकाली है और उनका कहना है कि कोई खिलाड़ी अगर टीम के लिए मैच नहीं खेल सकता तो उसे एक रुपया देने का भी कोई मतलब नहीं बनता।

बता दें कि आर्चर ने कुछ महीने पहले ही प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की थी। वह पहले ही कोहनी के चोट के चलते काफी लंबे समय के लिए क्रिकेट से दूर थे, लेकिन मुंबई इंडियंस ने अपने मुख्य गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में आर्चर पर बड़ा दांव खेला। हालांकि, मुंबई के लिए खिलाड़ी यह रकम के अलावा मैचों के दौरान भी महंगा पड़ा। गावस्कर ने आर्चर पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर वह जानते थे कि वह पूरी तरह फिट नहीं हैं तो उन्हें पहले ही फ्रेंचाइजी को इस बारे में सूचित करना चाहिए था।

PunjabKesari

गावस्कर ने कहा, "मुंबई इंडियंस का जोफ्रा आर्चर के साथ अनुभव क्या रहा है? उन्होंने यह जानते हुए कि वह चोटिल हो गया था और इस सीजन में वापसी कर रहा है इसके बावजूद, उस पर एक दांव लिया। उन्होंने उसके लिए बड़ी रकम दी और बदले में उसने क्या दिया?  जोफ्रा को अगर लग रहा था कि वह 100 प्रतिशत फिट नहीं है तो उन्हें इसके बारे में फ्रेंचाइजी को सूचित करना चाहिए था। उन्हें तब पता चला जब वह आए और उन्होंने पाया कि वह मुश्किल से अपनी सामान्य गति से गेंदबाजी कर पा रहे थे। टूर्नामेंट के बीच में, वह इलाज के लिए विदेश गए जो कि उनके देश का क्रिकेट बोर्ड ने स्पष्ट रूप से कहा। इसलिए वह कभी भी पूरी तरह से फिट नहीं था, लेकिन फिर भी आया। अगर वह फ्रेंचाइजी के लिए प्रतिबद्ध था, जो शायद उसे इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से अधिक भुगतान कर रही है, तो उसे अंत तक सही रहना चाहिए था, भले ही वह खेलने नहीं जा रहा था।"
 
एक रुपया देने का कोई मतलब नहीं

गावस्कर ने आर्चर पर निशाना साधते हुए कहा, "अगर कोई खिलाड़ी पूरे टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध नहीं होने वाला है तो एक खिलाड़ी के लिए एक रुपये का भुगतान करने का कोई मतलब नहीं है, चाहे वह कितना भी बड़ा नाम क्यों न हो। यह खिलाड़ी की पसंद है कि वह फ्रेंचाइजी या उसके लिए खेलना पसंद करे। अगर वह आईपीएल के बजाय देश को चुनते हैं तो उन्हें पूरे अंक मिलते हैं, लेकिन अगर वह आईपीएल चुनते हैं तो उन्हें अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरी तरह से पूरा करना होगा और कोई बहाना नहीं बनाना होगा और न ही फ्रेंचाइजी का साथ बीच में ही छोड़ना होगा, खासकर उस समय जब प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करना महत्वपूर्ण हो जाता है।"