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स्पोर्ट्स डेस्क : एन डी क्लकर् (दो विकेट/नाबाद 84 ) और क्लोई ट्रॉईऑन ( तीन विकेट/ 49) और कप्तान लॉरा वुलफाटर् (70) के शानदार प्रदर्शन के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने सात गेंदे शेष रहते गुरुवार को महिला विश्व कप मुकाबले में भारत को तीन विकेट से हरा दिया। 252 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज शुरूआत में भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के बेबस दिखे। दक्षिण अफ्रीका का पहला विकेट तीसरे ओवर में तंजमिन बिट्स (शून्य) के रूप में गिरा। उन्हें क्रांति गौड़ ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। इसके बाद सातवें ओवर में अमनजोत कौर ने सुने लुस (पांच) को अपना शिकार बना लिया। मैरीजान कप्प (20) को स्नेह राणा ने आउट किया। अन्नेका बोश (एक) को दीप्ति शर्मा अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। सानोला जाफ्टा (14) को श्री चारणी ने आउट किया।

हालांकि इस दौरान कप्तान लॉरा वुलफाटर् एक छोर थामे रन बनाती रही। इसके बाद बल्लेबाजी करने आई क्लोई ट्राईऑन ने वुलफाटर् के साथ पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों के बीच छठे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी हुई। 36वें ओवर में क्रांति गौड़ ने वुलफाटर् (70) को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। 46वें ओवर की पांचवीं गेंद पर स्नेह राणा, ट्राइऑन (49) को आउट कर मैच एक बार फिर भारत के पक्ष में कर दिया। दक्षिण अफ्रीका का यह विकेट 211 के स्कोर पर गिरा। अगले ओवर की पहली गेंद पर एन डी क्लाकर् ने छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद अगली गेंद पर उन्होंने छक्का लगाकर मैच को रोमांचक कर दिया।

दक्षिण अफ्रीका ने 48.5 ओवर में 252 रन बनाकर मुकाबला तीन विकेट से जीत लिया। एन डी क्लकर् ने 54 गेंदों में पांच छक्के और आठ चौके लगाते हुए नाबाद 84 रनों की मैच विजयी पारी खेली। उन्हें इस शानदार पारी के लिए‘प्लेयर ऑफ द मैच'से नवाजा गया। भारत की ओर से स्नेह राणा और क्रांति गौड़ ने दो-दो विकेट लिये। अमनजोत कौर, दीप्ति शर्मा और श्री चारणी ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऋचा ऐसे समय बल्लेबाजी करने उतरीं तब भारत अपने छह विकेट 102 रन पर गंवाकर संघर्ष कर रहा था। लेकिन ऋचा ने 77 गेंदों की अपनी पारी में 11 चौके और चार छक्के लगाकर भारत को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचा दिया। ऋचा ने अमनजोत कौर के साथ सातवें विकेट के लिए 51 रन और स्नेह राणा के साथ आठवें विकेट के लिए 88 रन जोड़े। अमनजोत ने 13 और स्नेह राणा ने 24 गेंदों में छह चौकों की मदद से 33 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारत के स्कोर में 24 वाइड सहित 25 अतिरिक्त रनों का भी अहम योगदान रहा।

एक समय लग रहा था कि भारत 200 के आसपास भी नहीं पहुंच पाएगा क्योंकि ट्राइऑन और म्लाबा के दोहरे झटकों की बदौलत भारत 102 के स्कोर पर अपने छह विकेट गंवा चुका था। लेकिन यहां से ऋचा घोष और अमनजोत ने भारत की पारी को संभाला और फिर स्नेह राणा और घोष के बीच 88 रनों की साझेदारी हुई। घोष ने 94 रनों की यादगार पारी खेली जो आने वाले लंबे समय तक याद रखी जाएगी।

बल्लेबाजी के लिए उतरी भारत ने पावरप्ले में 55/0 का स्कोर बनाकर ठोस शुरुआत की। भारत इस टूर्नामेंट में दो मैचों में बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजों के सामने सात विकेट गंवा चुका था। इसलिए, इस बात पर काफी ध्यान था कि वे दो दक्षिण अफ़्रीकी बाएं हाथ की स्पिनरों के ख़लिाफ कैसा प्रदर्शन करेंगे। 11वें ओवर में म्लाबा को मैदान में उतारा गया और उन्होंने अपनी दूसरी ही गेंद पर मंधाना को आउट कर दिया, जो बड़ा शॉट खेलने की कोशिश कर रही थीं। इसके बाद, प्रोटियाज ने रनों के प्रवाह को कम कर दिया और दबाव भारत पर आ गया। घरेलू टीम 83/1 से 102/6 पर आ गई। म्लाबा और ट्राइऑन ने दो-दो विकेट लिए, जबकि सेखुखुने और काप ने एक-एक विकेट लिया। भारत की सलामी बल्लेबाज प्रतीका रावल ने 37 और स्मृति मंधाना ने 23 रन बनाये। ट्राइऑन 32 रन पर तीन विकेट लेकर सबसे सफल रहीं।