नई दिल्ली : भारत के पूर्व कोच और ऑलराउंडर रवि शास्त्री ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम को एशेज सीरीज जीतने के लिए अहम सलाह दी है। उन्होंने कहा कि बेन स्टोक्स की टीम को शुरुआती मैचों में लय बनानी होगी, क्योंकि शुरुआती जीत सीरीज का रुख तय कर सकती है। इंग्लैंड ने 2015 के बाद से कोई एशेज नहीं जीती है जिसमें 2019 और 2023 की सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थीं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया में उनकी आखिरी जीत 2010-11 में 3-1 से आई थी। शास्त्री का मानना है कि इस बार इंग्लैंड के पास बेहतर मौका है।
इंग्लैंड को चाहिए मजबूत शुरुआत
रवि शास्त्री, जिन्होंने 2017 से 2021 तक भारत के मुख्य कोच के रूप में कार्य किया, ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में जीत का अनुभव रखते हैं। भारत को उनके कार्यकाल में दो बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत मिली थी। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को हराने के लिए लय और आत्मविश्वास जल्दी हासिल करना होगा।
शास्त्री ने SENQ ब्रेकफास्ट शो में कहा, “अगर आप पिछली दो-तीन सीरीज देखें जो इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया में खेली हैं, तो वे बुरी तरह हारे हैं। लेकिन इस बार उनके पास मौका है। अगर उनके तेज गेंदबाज पहले तीन टेस्ट में पूरी तरह फिट रहते हैं, तो वे शुरुआती बढ़त बना सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइन-अप अब पहले से कहीं ज्यादा संतुलित है और “बैजबॉल रणनीति” अगर सही समय पर काम करे, तो यह ऑस्ट्रेलिया को दबाव में डाल सकती है।
पैट कमिंस की अनुपस्थिति, इंग्लैंड के लिए मौका
शास्त्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की अनुपस्थिति इंग्लैंड के लिए फायदेमंद हो सकती है। इस बार स्टीव स्मिथ कप्तान के रूप में टीम की कमान संभाल रहे हैं, और शास्त्री के अनुसार, यह इंग्लैंड के लिए “अच्छा प्रदर्शन करने का सबसे बड़ा अवसर” है।
उन्होंने कहा, “कमिंस के न खेलने से इंग्लैंड के पास सबसे अच्छा मौका है। उन्हें बस जल्दी तालमेल बिठाना होगा और शुरुआती टेस्ट में बढ़त बनानी होगी। अगर वे ऐसा कर लेते हैं, तो ऑस्ट्रेलिया पर मानसिक दबाव बन सकता है।” शास्त्री का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया में शुरुआत में बढ़त बनाना ही सीरीज जीतने की कुंजी है क्योंकि एक बार घरेलू टीम रफ्तार पकड़ ले, तो उसे हराना मुश्किल हो जाता है।
जेवियर बार्टलेट को टीम से बाहर रखने पर सवाल
रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया की 15 सदस्यीय टीम के चयन पर भी अपनी राय दी और खासतौर पर तेज गेंदबाज ज़ेवियर बार्टलेट को बाहर रखने पर आश्चर्य जताया। 26 वर्षीय बार्टलेट ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के लिए व्हाइट-बॉल क्रिकेट में डेब्यू किया था और सिर्फ 5 वनडे में 15 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया था। शास्त्री ने कहा, “मैंने जब ऑस्ट्रेलिया की टीम देखी, तो मुझे लगा ज़ेवियर बार्टलेट को ज़रूर शामिल किया जाएगा। वह शानदार फॉर्म में हैं और टेस्ट क्रिकेट के लिए एक संभावित विकल्प माने जा रहे थे। फिर भी, यह ऑस्ट्रेलिया का मजबूत बॉलिंग अटैक है, खासकर पर्थ की तेज़ और उछालभरी पिच पर।”
ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में इंग्लैंड के लिए चुनौती
शास्त्री ने यह भी माना कि भले ही इंग्लैंड का स्क्वाड संतुलित दिख रहा हो, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में खेलना हमेशा कठिन होता है। पर्थ और एडिलेड जैसी जगहों पर गेंदबाज़ों को बाउंस और स्विंग दोनों मिलती है, जिससे बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी होती है। उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलियाई पिचें आसान नहीं होतीं। वहां बल्लेबाज को हर रन के लिए मेहनत करनी पड़ती है। अगर इंग्लैंड के गेंदबाज शुरुआती विकेट निकाल सकें और बल्लेबाज़ लंबे समय तक टिकें, तो सीरीज में उलटफेर संभव है।”