नई दिल्ली : भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर खिलाड़ी हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) का मानना है कि विराट कोहली (Virat Kohli) अपनी बेहतरीन फिटनेस के साथ अगले पांच साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के व्यस्त कैलेंडर से आसानी से तालमेल बैठा सकते हैं जबकि टेस्ट और एकदिवसीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) भी आराम से अगले 2 साल तक खेल सकते हैं। हरभजन ने कहा कि रोहित आसानी से 2 साल और खेल सकते हैं। आप विराट कोहली की फिटनेस की तुलना किसी और से नहीं कर सकते हैं। आप उन्हें आसानी से पांच साल तक खेलते हुए देख सकते हैं। वह शायद टीम में सबसे फिट खिलाड़ी हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 700 से अधिक विकेट लेने वाले इस पूर्व ऑफ स्पिनर ने कहा कि आप किसी भी 19 साल के युवा को फिटनेस के मामले में विराट को टक्कर देने के लिए कह सकते हैं और विराट उसे हरा देंगे। वह इतने फिट है। मेरा मानना है कि विराट और रोहित में अभी काफी क्रिकेट बाकी है और यह पूरी तरह उन पर निर्भर है कि वे कब तक खेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ये दोनों अगर फिट रहे और अपने प्रदर्शन से टीम की जीत में योगदान देते रहे तो उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए।
हरभजन का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा प्रारूप है जहां टीम को इन दोनों की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि लाल गेंद प्रारूप में आपको वास्तव में इन दोनों खिलाड़ियों की जरूरत है। आपको सभी प्रारूपों में अनुभव की आवश्यकता है चाहे वह सीमित ओवरों का क्रिकेट हो या टेस्ट क्रिकेट। आपको आने वाली प्रतिभा को निखारने के लिए अनुभवी क्रिकेटरों की जरूरत है।
हरभजन ने साथ ही यह भी कहा कि अगर कोई खिलाड़ी लगातार प्रदर्शन नहीं कर रहा है तो उसे टीम से बाहर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चयनकर्ताओं को यह देखने की जरूरत है कि कौन सा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है। उसे टीम से बाहर किया जाना चाहिए, चाहे वह सीनियर हो या जूनियर।
हरभजन का मानना है कि युवाओं में सीनियर खिलाड़ियों की तुलना में कहीं अधिक भूख है क्योंकि उन्हें खुद को स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा मानता हूं कि युवाओं में सीनियर खिलाड़ियों की तुलना में कहीं अधिक जोश और जज्बा होता है। अगर आप 15 साल तक खेलते हैं तो आपकी भूख थोड़ी कम हो जाती है। रियान पराग को मौके मिल रहे हैं और जिस तरह से यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल खेल रहे हैं, यह देखकर बहुत अच्छा लगा।
हरभजन ने इस मौके पर श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में मिली 0-2 की हार को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि आप कुछ मैच जीतते है तो कुछ हारते भी है। यह खेल है, हर टीम को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। मैं इसमें श्रीलंका को श्रेय देना चाहूंगा वे भारत से अच्छा खेले।