नई दिल्ली : भारतीय बल्लेबाजी पृथ्वी साव दो दिन पहले एक यूट्यूब व्लॉग पर दिखाई दिए जहां उन्होंने सचिन तेंदुलकर से मिली सबसे अच्छी एक पंक्ति की सलाह के बारे में बात की। 25 वर्षीय पृथ्वी ने बताया कि इस महान बल्लेबाज ने उन्हें सलाह दी थी कि ‘अनुशासन प्रतिभा को मात देता है'। पृथ्वी के लिए सोमवार का दिन मुश्किल रहा होगा क्योंकि जेद्दा में आईपीएल की बड़ी नीलामी में उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला। भारत की 2018 अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान पृथ्वी को भारतीय क्रिकेट के अगले स्टार के रूप में देखा जा रहा था और छह सत्र पहले टेस्ट पदार्पण पर शतक लगाने के बाद उनसे उम्मीदें बढ़ गई थीं। शायद अब वह समय आ गया है जब उन्हें तेंदुलकर की सलाह को महज शब्दों तक सीमित नहीं रहने देना चाहिए और उस पर अमल करना चाहिए।
आईपीएल नीलामी में 2 बार उनका नाम आया और 75 लाख रुपए के आधार मूल्य के बावजूद उनके लिए एक भी बोली नहीं लगी। एक टेबल पर सौरव गांगुली थे, दूसरी पर राहुल द्रविड़। आशीष नेहरा, पार्थिव पटेल, जस्टिन लैंगर, रिकी पोंटिंग, स्टीफन फ्लेमिंग और डेनियल विटोरी भी बोली लगाने के लिए सलाह दे रहे थे लेकिन पृथ्वी में किसी की भी दिलचस्पी नहीं थी। आईपीएल खेलते हुए पृथ्वी को 6 साल हो चुके हैं। लेकिन इस बार नहीं बिकने पर वह दोहरे राह पर खड़े नजर आ रहे हैं।
पृथ्वी को करीब से देखने वाले एक पूर्व भारतीय चयनकर्ता ने कहा कि पृथ्वी दिल्ली कैपिटल्स में रहे हैं। दिल्ली कैपिटल्स में ही उन्हें अपने अंडर-19 भारतीय कोच राहुल द्रविड़, रिकी पोंटिंग, सौरव गांगुली से बातचीत करने का मौका मिला था। उन्होंने कहा कि मुंबई क्रिकेट में भी यह सभी को पता है कि तेंदुलकर ने भी उनसे बात की है। क्या ये दिग्गज मूर्ख हैं? क्या आपको उसमें कोई बदलाव दिखता है? अगर दिखता भी है तो वह स्पष्ट नहीं है।
भारतीय क्रिकेट में एक कहावत है कि धारणा प्रकाश से भी तेज चलती है और पृथ्वी के मामले में किसी भी तरफ से कोई सकारात्मक बात नहीं आ रही थी। यहां तक कि मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने उन्हें अनफिट होने के कारण रणजी ट्रॉफी टीम से बाहर कर दिया और फिर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए वापस बुला लिया। भारतीय क्रिकेट जगत में अगर किसी की कार्यशैली पर सवाल उठे तो यह बात जंगल में आग की तरह फैलती है। ऐसे में लोग उस क्रिकेटर से जुड़ने से कतराते हैं।