खेल डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड दौरे पर ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसे हर क्रिकेट प्रेमी लंबे समय तक याद रखेगा। शुभमन गिल की अगुआई में युवा खिलाड़ियों ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-2 से ड्रॉ कराकर दुनियाभर के क्रिकेट जानकारों को चौंका दिया। विराट कोहली, रोहित शर्मा और अश्विन जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भारत ने एक जुझारू और साहसी प्रदर्शन किया। पहले तीन टेस्ट के बाद भारत 2-1 से पीछे था, लेकिन चौथे और पांचवें टेस्ट में जोरदार वापसी करते हुए उन्होंने सीरीज को बराबरी पर खत्म किया। यह न सिर्फ युवा खिलाड़ियों के हौसले का सबूत है बल्कि टीम के आत्मविश्वास की भी मिसाल है।
पांचवें टेस्ट में रोमांच की पराकाष्ठा
ओवल में खेले गए पांचवें और अंतिम टेस्ट का आखिरी दिन किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं था। इंग्लैंड को सीरीज जीतने के लिए सिर्फ 35 रन चाहिए थे जबकि भारत को जीत हासिल करने के लिए 4 विकेट की दरकार थी। इस निर्णायक मौके पर तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने कमाल की गेंदबाजी की। उन्होंने इंग्लिश बल्लेबाजों को बांधकर रखा और आखिरी के 4 विकेट चटकाकर भारत को महज 6 रन से ऐतिहासिक जीत दिलाई। यह भारत के टेस्ट इतिहास में सबसे कम रन से दर्ज जीत है।
पाकिस्तानी खिलाड़ी का विवादित बयान
जहां भारतीय टीम की इस जीत को लेकर दुनिया भर में तारीफ हो रही है वहीं कुछ लोग इसे पचा नहीं पा रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शब्बीर अहमद ने टीम इंडिया पर बॉल टैम्परिंग का गंभीर और निराधार आरोप लगा दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "मुझे लगता है कि भारत ने वैसलीन का इस्तेमाल किया। 80 ओवर से ज्यादा गेंद चल चुकी थी लेकिन फिर भी नई जैसी चमक रही थी। अंपायर को उस गेंद को लैब में भेजकर जांच करानी चाहिए।" उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर फैंस ने उन्हें जमकर ट्रोल किया। क्रिकेट प्रेमियों ने इसे भारतीय खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण को नीचा दिखाने की कोशिश बताया।
मोहम्मद सिराज की तारीफ में बोले सचिन तेंदुलकर
भारत की इस जीत में एक बड़ा नाम उभरा – मोहम्मद सिराज। सिराज ने इस मैच में 5 विकेट लेकर इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। खास बात यह रही कि उन्होंने आखिरी दिन भी लगभग 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की, जबकि सीरीज में उन्होंने 1000 से अधिक गेंदें फेंकी थीं। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी सिराज के जज्बे की जमकर तारीफ की। उन्होंने रेडिट पर एक वीडियो में कहा, "मुझे सिराज का रवैया बहुत पसंद आया। उनके पैरों में जैसे स्प्रिंग है। कोई भी बल्लेबाज ऐसा तेज गेंदबाज नहीं चाहेगा जो हर वक्त आपके चेहरे पर हो। उन्होंने आखिरी दिन तक जिस ऊर्जा के साथ खेला वह सराहनीय है।"
युवा टीम ने दिखाई भारत की नई ताकत
इस सीरीज में भारत की जो टीम खेल रही थी वह अनुभव के मामले में इंग्लैंड के मुकाबले पीछे थी। लेकिन खेल के मैदान में इन युवा खिलाड़ियों ने जो आत्मबल, अनुशासन और टीम वर्क दिखाया उसने सभी को प्रभावित किया। यशस्वी जायसवाल, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल जैसे नए चेहरों ने अपने खेल से यह साबित कर दिया कि भविष्य का भारतीय क्रिकेट मजबूत हाथों में है।