स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय क्रिकेट के लिहाज से 2025 एक विरोधाभासी लेकिन यादगार साल रहा। एक ओर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वनडे विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया और वर्षो से चले आ रहे ICC ट्रॉफी के सूखे को खत्म किया, वहीं दूसरी ओर पुरुष टीम टेस्ट क्रिकेट में संघर्ष करती दिखी। सीमित ओवरों में शानदार सफलता के बावजूद लाल गेंद के क्रिकेट में आई कमियों ने भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए।
महिला क्रिकेट का स्वर्णिम अध्याय
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने पहली बार 50 ओवर का विश्व कप जीतकर नया इतिहास बनाया। टूर्नामेंट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीमों को हराया और फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को मात देकर ICC ट्रॉफी अपने नाम की। यही नहीं, अंडर-19 महिला टीम ने भी फरवरी में अपना टी20 विश्व कप खिताब बरकरार रखा। इन सफलताओं के बाद बीसीसीआई ने घरेलू महिला क्रिकेट की फीस बढ़ाई और खिलाड़ियों को विज्ञापन व ब्रांड डील्स मिलने लगीं, जो महिला क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य का संकेत हैं।
पुरुष टीम: सीमित ओवरों में दबदबा, टेस्ट में चिंता
भारतीय पुरुष टीम ने 2025 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (वनडे) और एशिया कप (टी20) जीतकर सफेद गेंद के क्रिकेट में अपना वर्चस्व साबित किया। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में हालात उतने सकारात्मक नहीं रहे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-2 की टेस्ट सीरीज़ हार ने मुख्य कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व में टीम की कमजोरियों को उजागर कर दिया। स्पिन गेंदबाज़ों के सामने भारतीय बल्लेबाज़ी बार-बार लड़खड़ाई, जो इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भी देखने को मिला था।
बदलाव का दौर और नई टेस्ट टीम
2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली का टेस्ट करियर समाप्त हो गया, जबकि रविचंद्रन अश्विन पहले ही संन्यास ले चुके थे। चेतेश्वर पुजारा के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदा लेने के बाद मध्यक्रम में बड़ा खालीपन पैदा हो गया। नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (2025-27) चक्र में भारत ने शुभमन गिल की कप्तानी में नई शुरुआत की। इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ रही, जिसमें गिल ने चार शतक लगाकर 754 रन बनाए और कप्तान के तौर पर डॉन ब्रैडमैन के बाद दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की सूची में जगह बनाई।
WTC में मुश्किल राह
दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू हार के कारण भारत डब्ल्यूटीसी अंक तालिका में छठे स्थान पर फिसल गया है। 2026 में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के कठिन विदेशी दौरों को देखते हुए फाइनल में पहुंचना अब बड़ी चुनौती बन गया है।
क्रिकेट से परे विवाद और बदलाव
बीसीसीआई में भी नेतृत्व परिवर्तन हुआ, जहां मिथुन मन्हास ने रोजर बिन्नी की जगह अध्यक्ष पद संभाला। भारत-पाकिस्तान के बिगड़ते संबंधों का असर क्रिकेट पर भी पड़ा और एशिया कप के दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार किया।
IPL में खुशी और गम साथ-साथ
IPL 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 18 साल का इंतजार खत्म करते हुए पहली बार ट्रॉफी जीती, लेकिन जश्न जल्द ही मातम में बदल गया। एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 प्रशंसकों की मौत हो गई, जिसके बाद स्टेडियम में बड़े मैचों पर रोक लग गई।