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नई दिल्ली ( निकलेश जैन ) भारत को यूं ही शतरंज का पावर हाउस नहीं कहा जाता यह बात एक बार फिर भारतीय युवा शतरंज खिलाड़ियों नें इसे साबित कर दिया तनाव और कठिन परिस्थियों को पार करते हुए फीडे ऑनलाइन कैडेट और यूथ शतरंज में तीन वर्गो में फाइनल पहुँचने वाले देश के तीनों खिलाड़ियों नें फाइनल जीतकर स्वर्ण पदक और विश्व खिताब हासिल कर लिए इसके मायने तब और भी बढ़ जाते है जब यह जीत चीन और रूस के खिलाड़ियों के खिलाफ आई है । 

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सबसे पहले स्वर्ण पदक की खबर दी महिला इंटरनेशनल मास्टर रक्षिता रवि नें उन्होने चीन की सॉन्ग युकसिन को 1.5-0.5 से पराजित करते हुए विश्व खिताब हासिल कर लिया । दोनों के बीच पहला मुक़ाबला ड्रॉ रहा और दूसरे में रक्षिता नें जीत दर्ज कर फाइनल अपने नाम कर लिया । 

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इसके बाद कमाल दिखाया निहाल सरीन नें और उन्होने अंडर 18 बालक वर्ग में एक बेहद तनाव भरे मैच में अर्मेनिया के शांत सरगसयान को 1.5-0.5 से मात देते हुए खिताब जीत लिया । चेसबेस इंडिया जूनियर टूर्नामेंट जीतने के बाद निहाल का यह लगातार दूसरा ऑनलाइन खिताब है और अगर बात करे विश्व खिताब की तो ऑनलाइन ओलंपियाड के बाद यह लगातार दूसरा विश्व स्वर्ण पदक है 

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विश्व के दूसरे सबसे युवा ग्रांड मास्टर डी गुकेश नें अंडर 14 बालक वर्ग मे शानदार टाईब्रेक मुक़ाबला जीता उनके और रूस के मुरजिन वोलोदर के खितफ पहले दो मुक़ाबले कठिन स्थिति से ड्रॉ निकाले और उसके बाद टाईब्रेक अरमागोदेन मुक़ाबले को एकतरफा बनाते हुए जीत लिया और अब गए ऑनलाइन विश्व अंडर 14 चैम्पियन । 
भारत के 10 वर्षीय मृणमोय नें भी आज तीसरे स्थान के लिए हुए मुक़ाबले को जीतकर कांस्य पदक देश को दिला दिया और इस तरह भारत को कुल चार पदक हासिल हुए