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स्पोर्ट्स डेस्क : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान माइकल क्लार्क ने स्किन कैंसर से अपनी चल रही जंग के बारे में खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में उनके चेहरे और शरीर से कई मेलानोमा और अन्य प्रकार के कैंसर हटाए जा चुके हैं। क्लार्क को पहली बार 2006 में स्किन कैंसर का पता चला था और तब से वह नियमित रूप से अपने डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलते हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा करते हुए लोगों को अपनी त्वचा की जांच कराने की सलाह दी, ताकि बीमारी का समय रहते पता लगाया जा सके। 

स्किन कैंसर से लंबी जंग

माइकल क्लार्क ने द काइल एंड जैकी ओ शो में बताया कि उन्होंने हाल ही में अपनी नाक से एक और कैंसरयुक्त घाव हटवाया है। उन्होंने कहा, “लगभग चार हफ्ते पहले मेरी नाक से एक निकाला गया था, और मैं हर छह महीने में अपने डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलता हूं। अब तक मेरे चेहरे से सात से अधिक जगहों पर सर्जरी की जा चुकी है।” क्लार्क के मुताबिक, वह नियमित रूप से सनस्पॉट को फ्रीज करवाते हैं और किसी भी बेसल सेल्स को तुरंत कटवा देते हैं ताकि बीमारी न फैले। 

सोशल मीडिया पर दी जागरूकता की सलाह 

अगस्त 2024 में क्लार्क ने इंस्टाग्राम पर अपनी नाक की सर्जरी के बाद की तस्वीर साझा की थी। उन्होंने लिखा, “स्किन कैंसर असली है, खासकर ऑस्ट्रेलिया में। आज मेरी नाक से एक और निकाला गया। यह सबको याद दिलाने के लिए है कि अपनी स्किन की जांच करवाएं। रोकथाम इलाज से बेहतर है, लेकिन जल्दी पहचान भी उतनी ही ज़रूरी है।” उन्होंने अपने डॉक्टर का आभार जताया कि उन्होंने कैंसर को शुरुआती चरण में ही पकड़ लिया। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा की गई और कई लोगों ने उनकी ईमानदारी की सराहना की। 

क्रिकेट करियर से जुड़ा खतरा 

क्लार्क ने बताया कि उनकी त्वचा की समस्या का सबसे बड़ा कारण क्रिकेट के दौरान धूप में बिताए गए लंबे घंटे हैं। उन्होंने कहा, “सोचिए भारत या ऑस्ट्रेलिया में पूरे दिन फील्डिंग करना, आठ घंटे तक तेज धूप में रहना। हम अक्सर बैगी ग्रीन कैप पहनते थे, जिससे चेहरे और कानों पर सीधी धूप पड़ती थी। छोटी आस्तीन वाली शर्ट पहनने से बाहों पर भी असर होता था।” उन्होंने यह भी बताया कि क्रिकेटरों के लिए स्किन कैंसर का खतरा आम है और इसीलिए नियमित जांच बहुत आवश्यक है।

अन्य क्रिकेटर भी झेल चुके हैं यह बीमारी 

माइकल क्लार्क अकेले नहीं हैं जिन्होंने स्किन कैंसर का सामना किया। उनसे पहले रिची बेनो, सैम बिलिंग्स, एंडी फ्लावर और लॉरेन चीटल जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी इस बीमारी से लड़ चुके हैं। इन खिलाड़ियों की कहानियों ने दुनिया भर में क्रिकेट समुदाय में जागरूकता बढ़ाने में मदद की है। 

शानदार करियर और विरासत 

क्लार्क का क्रिकेट करियर बेहद सफल रहा। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 115 टेस्ट, 245 वनडे और 34 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने कुल मिलाकर 17,000 से अधिक रन बनाए। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2015 का वनडे विश्व कप जीता। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए, 2011-12 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी उनकी यादगार सीरीज़ रही, जिसमें उन्होंने सिडनी में नाबाद 329 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी। 

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