स्पोर्ट्स डेस्क : गुवाहाटी में शनिवार से शुरू होने वाले भारत–दक्षिण अफ्रीका दूसरे टेस्ट से पहले टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है। नियमित कप्तान शुभमन गिल गर्दन की चोट के कारण बाहर हो गए, और उनकी जगह टीम की कमान ऋषभ पंत को सौंपी गई है। शानदार फॉर्म में चल रहे पंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में माना कि “एक मैच की कप्तानी आदर्श स्थिति नहीं है”, लेकिन उन्होंने इसे सम्मान बताया और कहा कि वह दबाव में आए बिना टीम को जीत दिलाने पर फोकस करेंगे। पहला टेस्ट हार चुकी भारतीय टीम इस मुकाबले में सीरीज़ बराबर करने के इरादे से उतरेगी।
कप्तानी को लेकर पंत का साफ बयान: “ज्यादा नहीं सोचना चाहता”
दूसरे टेस्ट से पहले मीडिया से बात करते हुए ऋषभ पंत ने कहा कि वह इस मौके को बेहद खास मानते हैं, लेकिन कप्तान के रूप में अधिक सोचना टीम के लिए सही नहीं होगा। उन्होंने कहा, “एक मैच की कप्तानी सबसे आदर्श नहीं होती, लेकिन मैं बीसीसीआई का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी दी। कई बार बड़े मौकों के बारे में ज्यादा सोचने से फायदा नहीं होता, इसलिए मैं चीजों को सिंपल ही रखना चाहता हूं।” पंत ने स्वीकार किया कि पहला टेस्ट बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन अब उनका पूरा ध्यान सीरीज़ को बचाने के लिए टीम की वापसी पर है।
भारत 1-0 से पीछे, गिल की अनुपस्थिति बढ़ी चुनौती
कोलकाता टेस्ट में गर्दन में ऐंठन के कारण शुभमन गिल मैदान से बाहर हो गए थे और बाद में वे अस्पताल में भर्ती भी हुए। इस वजह से न केवल भारत को टॉप-ऑर्डर में झटका लगा, बल्कि कप्तानी भी अचानक बदलनी पड़ी। दक्षिण अफ्रीका ने पहला टेस्ट जीतकर दो मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली है। पंत ने गिल के लिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, “शुभमन मैच खेलने के लिए बहुत उत्साहित था। उसने चोट के बावजूद हिम्मत दिखाई, और टीम यही एटीट्यूड देखना चाहती है।”
गिल के रिप्लेसमेंट पर फैसला हो चुका: पंत ने दिए संकेत
टीम इंडिया गिल के विकल्प को लेकर सोच-विचार में थी, क्योंकि बाएं हाथ के बल्लेबाज पहले से ही लाइनअप में अधिक हैं। हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंत ने साफ कहा कि रिप्लेसमेंट तय हो चुका है। उन्होंने कहा, “हमने यह फैसला कर लिया है कि शुभमन की जगह कौन खेलेगा। संबंधित खिलाड़ी को बता दिया गया है। अब टीम उसी के अनुसार तैयारी कर रही है।” हालांकि उन्होंने नाम उजागर नहीं किया, लेकिन संकेत साफ था कि चयन टीम के संतुलन को ध्यान में रखकर किया गया है।
रणनीति: पंत चाहते हैं 'कन्वेंशनल + आउट-ऑफ-बॉक्स' का परफेक्ट मिश्रण
पंत ने बताया कि उनकी कप्तानी शैली में दोनों तरह की सोच शामिल होगी—परंपरागत रणनीति और आधुनिक, आक्रामक सोच। उन्होंने कहा, “मैं कन्वेंशनल रहूंगा, लेकिन साथ ही आउट-ऑफ-बॉक्स सोच को भी अपनाना चाहता हूं। बैलेंस जरूरी है। हमें चीजों को जटिल नहीं बनाना, जो टीम बेहतर क्रिकेट खेलेगी वही जीतेगी।” उनका यह बयान साफ दर्शाता है कि टीम इंडिया की योजना जोखिम लेने से पीछे नहीं हटने वाली।
गुवाहाटी टेस्ट : पंत का नेतृत्व और भारत की जीत की उम्मीदें
पंत ने कहा कि उन्हें गुरुवार शाम को कप्तानी की जानकारी दी गई, और तब से वह पूरी तरह इसी चुनौती पर केंद्रित हैं। भारतीय टीम अब सीरीज़ में पीछे होने की स्थिति से उबरने के लिए नए कप्तान की रणनीति और ऊर्जा पर निर्भर होगी। भारत की नजर अब गुवाहाटी में मजबूत वापसी और सीरीज़ बराबर करने पर है जहां पंत का नेतृत्व निर्णायक भूमिका निभा सकता है।