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बेंगलुरु : कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) स्पॉट फिक्सिंग मामले में बेंगलुरु पुलिस ने मंगलवार को कर्नाटक क्रिकेट राज्य संघ (केएससीए) और फ्रेंचाइजों को नोटिस भेज जबाव तलब किया है। नोटिस में 18 सवाल पूछे गए हैं और पुलिस ने केएससीए और सभी फ्रेंचाइजों को तय समय में जबाव देने के लिए कहा है। संयुक्त आयुक्त अपराध संदीप पाटिल ने कहा, ‘जांच के दौरान कुछ टीम के मालिक और कोच की भूमिका का पता चला है इसलिए केएससीए और सभी केपीएल टीम मैनेजमेंट को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में 18 सवाल हैं जिसका इन लोगों को जवाब देना है।'

इससे पहले पुलिस ने बेलारी टीम के कप्तान सी एम गौतम और अबरार काजी को गिरफ्तार किया था। दोनों क्रिकेटरों पर इस वर्ष हुबली और बेलारी के बीच हुए केपीएल के फाइनल मुकाबले में स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप है। गौतम आईपीएल में बेंगलुरु, दिल्ली और मुंबई के लिए खेल चुके हैं और अबरार रणजी खिलाड़ी हैं। पुलिस सूत्रों ने कहा कि जांच के समय कई अन्य क्रिकेटरों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। उन्हें मामले में सहयोग करने और जरुरत पड़ने पर बुलाने में हाजिर होना पड़ेगा।

इससे पहले क्रिकेटर निशाकांत सिंह शेखावत को भी कर्नाटक पुलिस ने केपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किया था। शेखावत पर 2018 में बेंगलुरु और बेलगावी के बीच मुकाबले में फिक्सिंग करने का आरोप है। उनपर आरोप है कि वह जानबूझकर धीमे खेले और इसके बदले उन्होंने पांच लाख रुपये लिए। पुलिस ने जांच के दौरान बेलगावी पेंथर्स टीम के मालिक अली. बेंगलुरु ब्लास्टर के गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथन को भी गिरफ्तार किया था।