स्पोर्ट्स डेस्क: टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर-बैटर KL राहुल ने पहली बार खुलकर बताया कि IPL टीमों की कप्तानी उनके लिए क्यों बेहद चुनौतीपूर्ण रही और उन्होंने पंजाब किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स की कप्तानी क्यों छोड़ी। राहुल ने माना कि IPL की कप्तानी ने उन्हें भारत की कप्तानी से भी अधिक मानसिक और शारीरिक रूप से थका दिया।
राहुल की कप्तानी का दबाव और मालिकों की दखलअंदाजी
KL राहुल ने कहा कि IPL में कप्तान के सामने सबसे बड़ा दबाव टीम मालिकों के सवालों, मीटिंग्स और लगातार होने वाली समीक्षाओं का होता है।
राहुल बोले: 'IPL में कप्तानी की सबसे मुश्किल बात थी—बार-बार मीटिंग्स, हर फैसले पर सवाल, और मालिकों को हर चीज़ समझाने की जिम्मेदारी। ये सब मानसिक और शारीरिक रूप से थका देने वाला है। IPL के बाद मैं 10 महीने की इंटरनेशनल क्रिकेट के मुकाबले ज्यादा थका हुआ महसूस करता था।'
उन्होंने बताया कि कई बार ऐसा लगता था कि हर फैसले पर सवाल उठाया जा रहा है, क्यों यह बदलाव किया?, विपक्ष 200 कैसे बना गया और हम 120 तक भी नहीं पहुंचे?
राहुल ने कहा कि कोच और चयनकर्ता खेल को समझते हैं, इसलिए इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसे सवाल नहीं आते। लेकिन नॉन-स्पोर्टिंग बैकग्राउंड वाले मालिकों को समझाना बहुत मुश्किल होता है कि क्रिकेट में हर बार जीत की गारंटी नहीं होती।
LSG विवाद के बाद बढ़ा दबाव
IPL 2024 में राहुल और LSG मालिक संजीव गोयनका की ऑन-फील्ड बहस ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। उसके बाद राहुल ने मेगा ऑक्शन में जाने का फैसला किया और दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें खरीद लिया।
दिल्ली कैपिटल्स में राहुल का नया रूप
DC में शामिल होने के बाद KL राहुल का खेल खुलकर सामने आया।
13 पारियां
539 रन
औसत 53.90
स्ट्राइक रेट 149.72 (2018 के बाद IPL में सबसे ज्यादा)
1 शतक और 3 अर्धशतक
DC कोच हेमांग बदानी ने कहा कि राहुल को रिटेन करने पर कभी कोई संदेह नहीं था और उन्होंने टीम के हर रोल में खुद को ढाला है।