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मुंबई : श्रेयस अय्यर विदर्भ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पीठ में दर्द के कारण लगातार दूसरे दिन मैदान पर नहीं आए। श्रेयस ने मुंबई के लिए दूसरी पारी में 111 गेंदों पर 95 रन बनाए थे जिसके चलते विदर्भ को 538 रनों का बड़ा लक्ष्य मिला था। लेकिन विदर्भ जब चौथे दिन बल्लेबाजी करने आई तो श्रेयस मैदान पर नहीं उतरे। हालांकि देर शाम साफ हो गया कि श्रेयस फिट है। इसके साथ ही उनके आईपीएल में पूरे मैच खेलने की भी पुष्टि हो गई। यही नहीं बीसीसीआई भी श्रेयस की प्रगति से खुश है और माना जा रहा है कि श्रेयस की जल्द सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में वापसी हो सकती है।

 


इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनका प्रदर्शन स्तरीय नहीं रहा था। बीच बीच में उन्हें पीठ दर्द ने परेशान किया। इसके चलते बीसीसीआई ने उन्हें प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया था। टीम प्रबंधन ने उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलने की सलाह दी लेकिन श्रेयस ने इस पर ध्यान नहीं दिया। आखिर बीसीसीआई के सख्ती बरतने पर श्रेयस रणजी खेले लेकिन वह पीठ की ऐंठन के कारण मुंबई के आखिरी रणजी ट्रॉफी लीग मैच में नहीं खेल पाए। हालांकि, इस दौरान उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स के प्री-सीज़न कैंप में हिस्सा  लेते जरूर देखा गया जिससे बीसीसीआई प्रबंधन नाराज हो गया।

 

बीसीसीआई सचिव जय शाह ने देश के शीर्ष खिलाड़ियों को पत्र भेजकर चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने घरेलू क्रिकेट के बजाय आईपीएल को प्राथमिकता दी तो इसके "गंभीर परिणाम" होंगे। अय्यर मुंबई के क्वार्टर फाइनल में भी चूक गए, लेकिन सेमीफाइनल और फाइनल में खेले। अय्यर भी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची से हटाए जाने वाले हाई-प्रोफाइल नामों में से एक थे। उन्होंने फाइनल में 95 रन जरूर बनाए लेकिन अंतिम दो दिन फील्डिंग के लिए न उतरकर उन्होंने नया विवाद खड़ा कर दिया है।