नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज मैथ्यू हेडन का मानना है कि करिश्माई विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग में अपना आखिरी मैच खेल लिया है। सीएसके को बीते दिनों आखिरी लीग मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से हार झेलनी पड़ी थी। मैच में धोनी ने 13 गेंद में 25 रन बनाए थे। जीत के लिए 219 रन का पीछा कर रही चेन्नई को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए 201 रन की जरूरत थी लेकिन टीम सात विकेट पर 191 रन ही बना सकी। आखिरी ओवर में चेन्नई को 17 रन चाहिए थे। यश दयाल की पहली गेंद पर धोनी ने 110 मीटर का छक्का लगाया लेकिन अगली गेंद पर वह आऊट हो गए। इसके बाद शार्दुल ठाकुर और रविंद्र जडेजा बाकी रन नहीं बना सके। धोनी ने मौजूदा सत्र में 220.55 की शानदार स्ट्राइक रेट से और 53.67 की औसत से 161 रन बनाए।
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल में खेल चुके पूर्व सलामी बल्लेबाज हेडन ने कहा कि धोनी अगले सत्र में अगर सीएसके का हिस्सा या मेंटोर नहीं होंगे तो उन्हें काफी आश्चर्य होगा। हेडन ने कहा कि मुझे लगता है कि धोनी ने अपना आखिरी मैच खेल लिया है। ऐसा नहीं है कि हम आईपीएल में धोनी को आखिरी बार देख रहे हैं।मुझे बहुत आश्चर्य होगा अगर वह आधिकारिक क्षमता में सीएसके के परिवार का मार्गदर्शन नहीं करेंगे या उसका हिस्सा नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि जब आप किसी के करियर का अंत होता देख रहे होते हो तो आप यह नहीं चाहते कि उस खिलाड़ी को असफलता के साथ विदाई मिले।
धोनी की कप्तानी में खेल चुके हेडन ने कहा कि एक कप्तान के तौर पर वह चेन्नई सुपर किंग्स के ‘थाला (बड़ा भाई)' है। वह अपने दिमाग और क्रिकेट के सारे ज्ञान का शानदार तरीके से इस्तेमाल करते हैं। इसी कार्यक्रम में भारतीय टीम के खिलाड़ी अंबाती रायुडू ने उम्मीद जताई कि धोनी आगामी सत्र में खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह उनका आखिरी मैच था। मैं उन्हें इस तरह से करियर खत्म करते नहीं देख सकता।
धोनी की अगुवाई में आईपीएल चैंपियन टीम का हिस्सा रहे रायुडू ने कहा कि वह जब आउट हुए उस समय काफी निराश दिख रहे थे। यह धोनी का अंदाज नहीं था। वह क्वालीफाई (प्लेऑफ) करके अपने करियर को शीर्ष पर अलविदा कहना चाहेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई की इंपैक्ट प्लेयर नियम बरकरार रहेगा जिससे धोनी को टीम का हिस्सा बने रहने में आसानी होगी।
रायुडू ने कहा कि आप धोनी के बारे में कुछ अंदाजा नहीं लगा सकते है, वह अगले साल फिर से वापसी कर सकते है। इंपैक्ट प्लेयर नियम से उन्हें आखिरी के कुछ ओवरों में बल्लेबाजी करने का मौका मिल सकता है। बीसीसीआई को इस नियम को बनाए रखना चाहिए क्योंकि हम धोनी को खेलते देखना चाहते है। अब गेंद बीसीसीआई के पाले में है कि हम धोनी को खेलते देख सकेंगे या नहीं।