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नई दिल्ली : भारत के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने आलोचनाओं से घिरे राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर का समर्थन करते हुए कहा है कि घरेलू टेस्ट मैचों में टीम के हालिया खराब प्रदर्शन के लिए सहयोगी स्टाफ को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि खिलाड़ियों को नतीजों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। पिछले साल न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू मैदान पर बुरी तरह हारने के बाद भारत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा श्रृंखला में भी एक और निराशाजनक परिणाम की ओर बढ़ रहा है। 

दो मैचों की इस श्रृंखला का पहला मैच गंवाने के बाद भारत के पास अब दूसरे मैच को जीतने की संभावना बेहद कम है। रैना ने कहा, ‘गौती भैया (गौतम गंभीर) ने बहुत मेहनत की है और इसमें (टेस्ट टीम की मौजूदा स्थिति) उनकी कोई गलती नहीं है। खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत करनी होगी और अच्छा खेलना होगा। उनके नेतृत्व में हम सीमित ओवरों के प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जहां हमने इस साल की शुरुआत में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और दुबई में एशिया कप जीता था।' 

‘भारतीय सॉफ्टबॉल क्रिकेट लीग' के जर्सी लॉन्च के मौके पर इसके ब्रांड एम्बेस्डर रैना ने कहा, ‘रन तो खिलाड़ियों को ही बनाने होंगे। कोच मार्गदर्शन और सलाह ही दे सकता है।' रैना ने उन सुझावों को खारिज कर दिया कि घरेलू टेस्ट मैचों में खराब प्रदर्शन के कारण मुख्य कोच के रूप में गंभीर का भविष्य खतरे में है। उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों को अगर कोई समस्या आ रही है, तो उन्हें कोच से इस बारे में बात करना चाहिए। खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो कोच की भी सराहना की जाएगी। लेकिन टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है, तो कोच को उसके पद से बर्खास्त नहीं किया जाना चाहिए।' 

उन्होंने कहा, ‘मैं गौतम भैया के साथ खेला हूं, उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम से प्यार है, उन्हें क्रिकेट से प्यार है, मैंने उनके साथ विश्व कप खेला है और जीता भी है। उन्होंने देश के लिए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है और अच्छा प्रदर्शन करना खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है।' मौजूदा श्रृंखला में भारतीय टीम के चयन से जुड़े फैसलों की आलोचना पर रैना ने कहा कि घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन ही मानक बना रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों को नियमित रूप से घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए और वहां अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए, अगर वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रदर्शन में अपने आप दिखाई देगा।' 

उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में खिलाड़ियों के लिए तीनों अंतरराष्ट्रीय प्रारूप से सामंजस्य बिठाना काफी चुनौतीपूर्ण है। व्यस्त कार्यक्रम का असर प्रदर्शन पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘इस श्रृंखला के लिए बेहतर योजना बनाई जा सकती थी क्योंकि खिलाड़ियों को सफेद गेंद (सीमित ओवर) प्रारूप से लाल गेंद (टेस्ट) प्रारूप में ढलने का काफी कम समय मिला।' 

रैना ने कहा कि वह 30 नवंबर से शुरू होने वाली दोनों टीमों के बीच वनडे श्रृंखला का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिसमें टीम को बेहर अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा  का साथ मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘रो-को (रोहित शर्मा और विराट कोहली)' जरूर वापसी करेंगे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे टीम को जरूर मजबूत करेंगे। ये दोनों विश्व और भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन दूत हैं। जब वे टीम में होंगे तो माहौल अलग होगा, ऋषभ पंत भी कुछ समय बाद वापसी कर रहे हैं, इसलिए वनडे श्रृंखला देखना मजेदार होगा।'